दिल्ली विश्वविद्यालय ने कल अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे किये हैं। इस अवसर पर, विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर में उप-राष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान श्री नायडू ने कहा कि भारत चाहता है कि उसके नेता विश्व का मार्गदर्शन करें।
एक मई 1922 को स्थापित हुए दिल्ली विश्वविद्यालय ने कल , सौ वर्ष पूरे कर लिये हैं। इस अवसर पर, विश्वविद्यालय के सम्मान में, उप- राष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सौ रुपये का स्मारक सिक्का और एक डाक टिकट जारी किया। उप राष्ट्रपति ने स्मारक शताब्दी खंड भी जारी किया, जो विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक यात्रा को बताता है। इस विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर चुके छात्रों और अध्यापकों ने आकाशवाणी से बातचीत में अपने अनुभव साझा किये हैं।
विश्व के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालों में शुमार दिल्ली विश्वविद्यालय से निकले छात्र आज राष्ट्रीय -अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर, देश का नाम रौशन कर रहे हैं। इनमें बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन, शाहरूख खान, आईपीएस किरण बेदी, पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार, राजनेता दिवंगत अरूण जेटली और शशि थरूर शामिल हैं। देश को उम्मीद है कि, आजादी के सौ वर्ष पूरे करने के अवसर पर, ये लिस्ट और भी लंबी होगी।
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