मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,रूस के एमआईजी-31 युद्धक विमान के एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र का कल उल्लंघन करने के बाद एस्टोनिया ने नाटो सहयोगियों के साथ परामर्श का अनुरोध किया है। यह विमान कल बिना अनुमति के एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करके फिनलैंड की खाड़ी पर 12 मिनट तक रहा। नाटो के सदस्यों इटली, फिनलैंड और स्वीडन ने जवाबी कार्रवाई में जेट विमान भेजे।
नाटो ने इस घटना की निंदा की है। वहीं रूस ने हवाई क्षेत्र के उल्लंघन से इनकार करते हुए कहा है कि यह विमान अंतरराष्ट्रीय विनियमों का पालन करता है। हाल ही में पोलैंड और रोमानिया द्वारा हवाई क्षेत्र के उल्लंघन की सूचना के बाद तनाव बढ़ रहा है। नाटो के अनुच्छेद चार के अंतर्गत परामर्श प्रक्रिया का उद्देश्य गठबंधन के भीतर सुरक्षा चिंताओं को संबोधित करना है।
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News & Image Source: newsonair.gov.in