मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब में रावी, ब्यास और सतलुज नदियों के किनारे वाले क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति खराब हो रही है। राज्य के कई जिलों में इस सिलसिले में चेतावनी जारी की गई है और सरकारी अफसरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं ताकि प्रभावित इलाकों में रहे और बचाव कार्यों के लिये चौबीसों घंटे उनकी मौजूदगी बनी रहे। पंजाब के कई भागों में दो दिनों से और हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर में दो तीन दिनों से लगातार मूसलाधार वर्षा के कारण रणजीत सागर और पोंग बांध अपनी अधिकतम क्षमता तक पहुंच चुके हैं जिसके कारण नियंत्रित तरीके से पानी छोड़ा जाना आवश्यक हो गया है। वहीं पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से भाखडा बांध से भी नियंत्रित रूप से पानी छोड़ा जा रहा है ताकि बांध को नुकसान न हो। स्थिति को देखते हुए राज्य के पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, फिरोजपुर, होशियारपुर, कपूरथला और तरनतारन सहित सात जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। साथ ही अमृतसर में भी चेतावनी दी गई है। राज्यभर में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रभावित जिलों में निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर या राहत शिविरों में जाने का निर्देश दिया गया है। वहीं जो लोग फंसे हुए है उन्हें सेना, सीमा सुरक्षा बल, एनडीआरएफ और पंजाब पुलिस की ओर से बचा कर निकाला जा रहा है। पंजाब के जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कहा कि लोगों को निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। इस बीच राज्य के सभी स्कूलों में 30 अगस्त तक छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। साथ ही आम नागरिकों से नदियों के किनारे जाने से परहेज करने और अफवाहों से बचने का आग्रह किया गया है।
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें