मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कल पर्यटन क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर एक महत्वपूर्ण सत्र रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव रीवा में आयोजित किया गया। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि पर्यटन श्रेत्र में निवेश के लिए मध्यप्रदेश सर्वश्रेष्ठ राज्य है। इन्वेस्टर्स फैसिलिटेशन सेल, सिंगल विंडो, पारदर्शी ई-टेंडरिंग प्रक्रिया, 30 प्रतिशत तक की कैपिटल सब्सिडी, 90 साल की लीज और एक प्रतिशत लीज रेंट, इंसेंटिव्स आदि प्रावधानों और सुविधाओं ने निवेशकों को 14 प्रकार की पर्यटन परियोजनाओं में निवेश के लिए अनुकूल इको सिस्टम विकसित किया है।
सत्र में पर्यटन परियोजनाओं में निवेश, पर्यटन निवेश नीति, सब्सिडी, इंसेंटिव्स और प्रक्रिया संबंधी प्रेजेंटेशन दिया। पुष्पराज सिंह, अध्यक्ष, एच. एच. आर ग्रुप ऑफ होटल्स रीवा राजविलास ने कहा कि स्वयं की हेरिटेज प्रॉपर्टी या कोठी को पर्यटन विभाग की मदद से हेरिटेज होटल में बदला जा सकता है या फिर पर्यटन विभाग की पारदर्शी ई-टेंडरिंग प्रक्रिया के माध्यम से हेरिटेज प्रॉपर्टी को ले सकते है। इस तरह पर्यटन विभाग के माध्यम से स्वयं का लाभ कमाकर आसपास स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी संबल दे सकते है।
सलील दलवी, ओनर, बियर वैली कैंप ने कहा कि मध्यप्रदेश में वर्ष 2017 में आया और यही का होकर रह गया। मध्यप्रदेश में लैंड, वाटर और एयर की साहसिक गतिविधियों के लिए उपयुक्त है। प्रदेश में बर्ड वाचिंग, वेलनेस रिट्रीट की स्थापना और बढ़ावा देने पर विचार किया जाना चाहिए।
नरेन कुमार, फिल्म निर्माता एवं ओनर, क्यारा कुमार क्रिएशन्स ने कहा कि फिल्म निर्माण वर्तमान का निवेश और रोजगार का नया उभरता हुआ श्रेत्र है। मध्यप्रदेश पर्यटन अब फिल्म स्टूडियो और फिल्म के संस्थानों के साथ मिलकर फिल्म में काम करने वाले स्किल्ड लेबर को प्रशिक्षित किया जा सकता है।
पैनल में आदित्य प्रताप सिंह ओनर एसपीएस होटल, राजन शर्मा प्रबंध निदेशक रैडिसन रीवा ने भी विचार रखें। निवेशकों और श्रोताओं के लिए प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया। पर्यटन पर आयोजित सत्र प्रदेश और क्षेत्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, क्योंकि यह निवेशकों को पर्यटन क्षेत्र में नए अवसरों की जानकारी प्रदान करेगा और प्रदेश एवं विंध्य क्षेत्र के पर्यटन उद्योगों को बढ़ावा देने में मदद करेगा। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक राज्य पर्यटन विकास निगम श्री इल्लैराजा टी सहित पर्यटन क्षेत्र के स्टेक होल्डर्स, होटल संचालक और बड़ी संख्या में सहभागी उपस्थित रहे।
खनन और खनिज क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर भी विशेष सत्र
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के दौरान खनिज साधन विभाग द्वारा खनन और खनिज क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर भी महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किया गया। सत्र में खनन और खनिज क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर संजय कुमार शुक्ला प्रमुख सचिव खनिज संसाधन द्वारा प्रेजेंटेशन दिया गया। उन्होंने प्रदेश में खनन एवं खनिज के क्षेत्र अपार संभावनाओं को विस्तार के साथ बताया। प्रबंध संचालक अनुराग चौधरी ने विभाग द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी दी तथा रेडी मिक्स कांक्रीट के क्षेत्र में संभावनाओं के विषय में जानकारी साझा की। उन्होंने खनन एवं खनिज के क्षेत्र में विस्तार के लिए लोगों से सुझाव भी माँगे।
जितेंद्र मलिक निदेशक तकनीकी (ऑपरेशंस) नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने खनन के क्षेत्र में पर्यावरण अनुकूल तकनीकी के क्षेत्र में अपार संभावनाओं से लोगों को अवगत कराया। नई तकनीकी के प्रयोग से पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान संभव है तथा निवेश की भी संभावनाएं हैं। भरत सहस्रबुद्धे सहायक उपाध्यक्ष सतना सीमेंट वर्क्स बिड़ला कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने खनिज के ब्लॉक आवंटन के संबंध में अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। श्री मनीष सिंह अध्यक्ष तकनीकी प्रिज्म सीमेंट ने रीवा संभाग ने लाइम स्टोन की उपलब्धता की संभावनाओं के बारे में बताते हुए तकनीकी में आ रहे परिवर्तनों से उसके पर्यावरण अनुकूलता के विषय में अवगत करवाया। दिनेश दीक्षित हेड माइंस डालमिया सीमेंट ने मध्यप्रदेश के देश के मध्य में होने के कारण होने वाले लाभों के विषय में चर्चा की। प्रतीक सिंह परिहार प्रबंध निदेशक सिद्धिदात्री मिनरल्स प्रा. लि. ने क्षेत्र में ग्रेनाइट खनन से जुड़ी संभावनाओं एवं चुनौतियों के संबंध में विचार साझा किए।
News Source: mpinfo.org
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