मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रेलवे सुरक्षा बल-आरपीएफ ने पिछले चार वर्षों के दौरान पांच सौ 86 बांग्लादेशी नागरिकों और तीन सौ 18 रोहिंग्याओं को पकड़ा है। घुसपैठिये भारत में असम राज्य से होकर और रेलवे की मदद से देश के हर भाग में यात्रा करते हैं। रेल मंत्रालय ने कहा आरपीएफ अवैध घुसपैठ के खिलाफ रेलवे नेटवर्क को सुरक्षित करने के लिए सीमा सुरक्षा बल, स्थानीय पुलिस और खुफिया इकाइयों के साथ सहयोग कर रहा है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि इस अंतर-एजेंसी दृष्टिकोण ने परिचालन दक्षता में काफी उन्नति की है जिससे अवैध प्रवासियों की तेजी से पहचान हो रही है और उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, रेलवे ने रविवार को बताया कि आरपीएफ ने वर्ष 2021 से अब तक 586 बांग्लादेशियों और 318 रोहिंग्याओं सहित 916 लोगों को पकड़ा है। इनमें से कुछ लोगों ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने की बात स्वीकार की है। रिपोर्टों में बताया गया कि घुसपैठिये असम और त्रिपुरा के रास्ते भारत के अन्य हिस्सों में जाने के लिए अक्सर रेलवे नेटवर्क का उपयोग करते हैं। इसलिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), स्थानीय पुलिस और खुफिया इकाइयों जैसी प्रमुख सुरक्षा एजेंसियों के साथ सहयोग करके अवैध प्रवासियों को पकड़ने के प्रयास तेज कर दिए हैं। हिरासत में लिए गए घुसपैठियों कानूनी कार्यवाही के लिए पुलिस और अन्य एजेंसियों को सौंप दिया जाता है। इस बीच पीटीआई के अनुसार असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को एक्स पर पोस्ट कर बताया कि भारत में घुसपैठ की कोशिश करने वाले दो बांग्लादेशियों को असम पुलिस ने पकड़ कर वापस भेज दिया। घुसपैठियों की पहचान लेबोनो और बिजली के रूप में की गई है।
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें