भारत और बंगलादेश के दूतावासों ने कल पेइचिंग में रबिन्द्र-नज़रूल जयंती समारोह का संयुक्त रूप से आयोजन किया। पेइचिंग में भारतीय दूतावास के स्वामी विवेकानन्द सांस्कृति केंद्र में गुरुदेव रबिंद्र नाथ टैगोर और बंगलादेश के राष्ट्र कवि काज़ी नज़रूल इस्लाम की जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई। इस अवसर पर भारत के राजदूत प्रदीप रावत ने लोगों को संबोधित किया और दोनों देशों की समानताओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इन दोनों महान व्यक्तियों की रचनाओं में भारतीय उपमहाद्वीप की बहु सांस्कृतिक और बहु विविधता परिलक्षित होती है।
बंगलादेश के राजदूत महबूब उज़ ज़मां ने कहा कि दोनों देश कई अवसरों के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े हैं और 1971 का गौरवशाली बंगलादेश मुक्ति संग्राम इसी सहयोग का परिणाम था। उन्होंने कहा कि बंगलादेश के राष्ट्रगान की रचना रबिंद्र नाथ टैगोर ने की थी। उन्होंने कविवर रबिंद्र नाथ टैगोर और बंगलादेश के राष्ट्र कवि काज़ी नज़रूल इस्लाम के बीच गहरे संबंधों का भी स्मरण किया। उन्होंने कहा कि यह संबंध आदर और स्नेह से गुंथे थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में दोनों महान व्यक्तियों के जीवन पर आधारित लघु फिल्म भी दिखाई गई।
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