प्रधानमंत्री ने भारतीय खिलााडियों को सम्‍मानित किया

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि खेलों में भारत न केवल ऐतिहासिक रूप से उल्लेखनीय प्रदर्शन कर रहा है, बल्कि उन क्षेत्रों में भी शानदार प्रदर्शन कर रहा है जिनमें पहले उसकी कोई पहचान नहीं थी। हाल में बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने वाले भारतीय दल को अपने आधिकारिक आवास पर संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारतीय नागरिक पूरी रात जागकर अपने खिलाडियों की जीत के लिए अपना समर्थन व्यक्त करते रहे और प्रार्थना करते रहे । उन्होंने कहा कि खेलों में इस बढ़ती रूचि का श्रेय खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन को दिया जा सकता है। श्री मोदी ने कहा कि उन्हें हमेशा राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने वाले खिलाडियों की क्षमता पर पूरा भरोसा था और देश आज उनकी सफलता का जश्न मना रहा हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज युवाओं में खेल के सभी क्षेत्रों में रुचि बढ़ रही है।

राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार भाग लेने वालों 31 खिलाडियों ने पदक जीते। उन्होंने कहा कि खिलाडियों में नये भारत की भावना दिखाई दे रही है। श्री मोदी ने कहा कि इस बार भारत ने चार नए खेलों में जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि खिलाडियों ने लॉन बाउल से लेकर एथलेटिक्स में अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की बेटियों ने देश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि महिला खिलाडियों के पदक जीतने से महिलाओं को मुख्यधारा के खेलों में शामिल होने के लिए प्रेरणा मिलेगी। श्री मोदी ने कहा कि पदक केवल जश्न मनाने के लिए नहीं हैं, बल्कि ये एक भारत श्रेष्ठ भारत का प्रतीक हैं, जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों की तरह ही समूचे भारत से खिलाडी शामिल हैं और सबकी एक ही परिकल्पना है- भारत को विजेता बनाना।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मुक्केबाजी हो, जूडो हो या कुश्ती हो, देश की बेटियों ने जिस तरह से खेलों में दबदबा बनाया है, वह किसी आश्चर्य से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि तिरंगा सभी खिलाडियों के लिए शक्ति और प्रेरणा का स्रोत है। तिरंगे को ऊंचा रखने के उनके दृढ़ संकल्प ने राष्ट्रमंडल खेलों में टीम इंडिया के शानदार प्रदर्शन का नेतृत्व किया है। प्रधानमंत्री ने सभी एथलीटों से आग्रह किया कि वे खेलो इंडिया की मीट द चैंपियंस पहल के तहत युवाओं से मिलें ताकि उन्हें प्रेरित और प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने कहा कि नई प्रतिभाओं को खोजने और उन्हें मंच पर ले जाने के लिए तेजी से प्रयास करने होंगे। श्री मोदी ने कहा कि एक ऐसा खेल पारिस्थितिकी तंत्र बनाना होगा जो समावेशी, विविध और गतिशील हो। उन्होंने कहा कि कोई भी एथलीट पीछे नहीं रहना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हमारी युवा शक्ति की शुरुआत है और भारतीय खेलों का स्वर्ण युग अभी शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में भारत ने न सिर्फ राष्ट्रमंडल खेलों में खिताब जीते है, बल्कि शतरंज ओलंपियाड में भी ऐतिहासिक जीत हासिल की है।

 

courtesy newsonair

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