प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के आज सात वर्ष पूरे हो रहे हैं। प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी ने आठ अप्रैल 2015 को इस योजना का शुभारम्भ किया था। इसका उद्देश्य गैर-निगमित और गैर-कृषि, लघु या सूक्ष्म उद्यमों को दस लाख रूपये तक का ऋण उपलब्ध कराना है। योजना की शुरुआत से अब तक 18 लाख साठ हजार करोड़ रूपये के 34 करोड 42 लाख से अधिक ऋण स्वीकृत किए जा चुके हैं। इनमें से 68 प्रतिशत ऋण महिला उद्यमियों को दिए गए हैं।
इस योजना से छोटे कारोबार के लिए अनुकूल माहौल बनाने में मदद मिली है और बिल्कुल निचले स्तर पर बड़े पैमाने पर रोजगार अवसर सृजित हुए हैं।
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