भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्रमुख ब्याज दर-रेपो दर में परिवर्तन किया है। रेपो दर 50 आधार अंक की बढ़त के साथ चार दशमलव नौ प्रतिशत हो गई है। मौद्रिक नीति समिति ने हाल में ही रेपो दर में 40 आधार अंक की बढ़ोतरी की थी। रिजर्व बैंक के गवर्वर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा के बाद आज मुम्बई में यह घोषणा की। उन्होंने कहा है कि स्थायी जमा सुविधा और सीमा स्थायी सुविधा की दरों में भी पचास आधार अंक की वृद्धि की है। स्थायी जमा सुविधा यानि एस डी एफ की दर चार दशमलव छह-पांच प्रतिशत और सीमांत स्थायी सुविधा यानि एम एस एफ की दर पांच दशमलव एक-पांच प्रतिशत हो गई है। श्री दास ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से पूरी दुनिया में महंगाई बढ़ी है। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति दर बहुत तेजी से बढ़ी है। उभरती अर्थव्यवस्था वाले देश में इसका विपरीत प्रभाव पडा है लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था में उबरने की शक्ति है। रिजर्व बैंक ने अगले वर्ष में मुद्रास्फीति की दर 6 दशमलव सात प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि पहली तिमाही में मुद्रास्फीति की दर छह प्रतिशत से ऊपर रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति को तय लक्ष्य पर लाने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। श्री शक्तिकांत दास ने वित्त वर्ष 2023 में सकल घरेलू उत्पाद की दर सात दशमलव दो प्रतिशत बरकरार रहने का अनुमान व्यक्त किया है।
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