मणिपुर के नोनी जिले में हुए भूस्खलन में अब तक करीबन 81 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 18 टेरिटोरियल आर्मी जवानों के शवों का रेस्क्यू किया गया है। यहां फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए बड़े स्तर पर बचाव कार्य जारी है।
मणिपुर के नोनी जिले में प्रादेशिक सेना के टपल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर में हुए इस भीषण भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 81 हो गई है। वहीं कई लोगों के मलबे में फंसे होने की भी खबर है, जिनकी तलाश जारी है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने घटनास्थल का दौरा किया इसके साथ ही उन्होंने बचाव अभियान की समीक्षा भी की। सीएम एन बीरेन सिंह ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है और उन्होंने इस घटना को इतिहास का सबसे दर्दनाक हादसा बताते हुए कहा कि, ‘ यह राज्य के इतिहास में सबसे खराब घटना है। इस दुखद हादसे में 81 लोगों की मौत हुई है। 18 टेरिटोरियल आर्मी के शवों का रेस्क्यू किया गया है। अभी भी कई लोग फंसे हुए हैं। मिट्टी के कारण सभी शवों को निकालने में लगभग 2 से 3 दिन का समय और लगेगा।’