मध्य प्रदेश में अब बगैर बैग बच्चे जाएंगे स्कूल, ‘नो बैग डे’ के लिए सरकार ने जारी की गाइडलाइन

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मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, स्कूली शिक्षा में लर्निंग एजुकेशन और व्यवहारिक शिक्षा को बढ़ाने के उद्देश्य से सीएम डा. मोहन यादव के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नो बैग डे के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। शिक्षा विभाग जारी की गई नई गाइडलाइन्स में बच्चों को माह में एक दिन बिना बैग के ही स्कूल आना होगा।

मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वालों बच्चों में व्यवहारिक शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए ‘नो बैग डे’ को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यानी सरकारी स्कूलों में महीने के एक शनिवार ‘नो बैग डे’ रहेगा और बच्चों को स्कूल बिना बैग के ही स्कूल आना होगा।

महीने के एक शनिवार को सरकारी स्कूलों में रहेगा नो बैग डे

मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग द्वारा जारी नई गाइडलाइन्स के मुताबिक अब प्रदेश के सभी कक्षा 6वीं से 8वीं क्लास तक के स्कूलों कम से कम एक शनिवार को बैग लेस डे रहेगा। गाइडलाइन के मुताबिक नो बैग डे वाले दिन स्कूलों में पढ़ाई के अलावा बच्चों को विभिन्न सांस्कृतिक, साहित्यिक और व्यवहारिक गतिविधियां करवाई जाएंगी।

बच्चों के तनाव को खत्म करने के लिए लिया गया फैसला

मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग ने बच्चों के तनाव को दूर करने के लिए नो बैग डे कांसेप्ट लेकर आई है। बैग लेस डे को लेकर राज्य शिक्षा केन्द्र ने जिला शिक्षाधिकारियों और जिला परियोजना समन्वयक को निर्देश जारी किये हैं। शिक्षा विभाग का मानना है कि पारंपरिक शिक्षा से इतर महीने के एक दिन व्यवहारिक गतिविधियों में संलग्न होने से बच्चों का तनाव कम होगा।

नो बैग डे के लिए गतिविधियों का कैलेंडर शाला के प्राचार्य व शिक्षक मिलकर तैयार करेंगे। गतिविधि ट्रेनिंग में खेती की आधुनिक पद्धतियों जैसे पॉलीफॉर्मिंग, ऑर्गेनिक फॉर्मिंग, औषधीय पौधों की जानकारियां और खेती में उपयोग होने वाले आधुनिक उपकरणों की जानकारी शामिल होंगी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में रखा गया है नो बैग डे का प्रावधान

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में यह प्रावधान रखा गया है कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे 21वीं सदी के कौशल से परिचित हो सकें, इसके लिए कक्षा-6 से 8 तक के स्कूल के बच्चों के लिए प्रत्येक माह में न्यूनतम एक शनिवार को बस्ते-विहीन दिवस का आयोजन हो, इन दिवसों में विद्यार्थियों को व्यावहारिक कौशल की जानकारी दी जाए,

 बैग लेस डे के बच्चों से कराए जाएंगे क्राफ्ट, ड्राइंग और पेंटिग

नो बैग डे के लिए जारी दिशा-निर्देश में महीने के एक दिन होने वाले गतिविधियों में क्रॉफ्ट, ड्राइंग, पेंटिंग, मिट्टी के खिलौनों का निर्माण, मुखौटे, डॉल-मेकिंग और अनुपयोगी सामग्री से वस्तुओं का निर्माण शामिल है। वहीं साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में बच्चों के बीच लोकगीत-नृत्य, लघु नाटिका, कविता पाठ, कहानी लेखन गतिविधियां करवाई जाएंगी।

 बैग लेस डे के लिए प्राचार्य व शिक्षक तैयार करेंगे कैलेण्डर

नो बैग डे के लिए गतिविधियों को कैलेंडर शाला के प्राचार्य और शिक्षक मिलकर तैयार करेंगे। गतिविधि ट्रेनिंग में बच्चों को खेती की आधुनिक पद्धतियों की जानकारी भी जाएगी। इसके लिए पॉलीफॉर्मिंग, ऑर्गेनिक फॉर्मिंग, औषधीय पौधों की जानकारियां और खेती में उपयोग होने वाले आधुनिक उपकरणों की जानकारी भी शामिल है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में यह प्रावधान रखा गया है कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे 21वीं सदी के कौशल से परिचित कराने के लिए कक्षा-6 से 8 क्लास के बच्चों के लिए माह का एक दिन बस्ता-विहीन दिवस हो, जिसमें उनको व्यावहारिक कौशल की जानकारी दी जाए।

नो बैग डे के दिन ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर सकेंगे छात्र

नो बैग डे के दिन छात्रों को ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण के अलावा लघु उद्योग व्यवसाय जैसे मधुमक्खी-पालन, मुर्गी एवं मछली-पालन इत्यादि की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा बच्चों को स्थानीय बैंक, पुलिस थाना, अस्पताल और अनाज मण्डी का भ्रमण कराया जाएगा और बच्चों को हथकरघा, खिलौने निर्माण जैसी इकाइयों से परिचय कराया जाएगा।

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News & Image Source: khabarmasala

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