मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार को मलकानागिरी में ओडिशा पुलिस के समक्ष कुल 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया, जो वामपंथी उग्रवाद पर अंकुश लगाने और क्षेत्र में स्थायी शांति बहाल करने के केंद्र सरकार के प्रयासों में एक और सफलता का प्रतीक है। ओडिशा पुलिस ने पुनर्वास की मांग करने वाले 22 नक्सलियों के आत्मसमर्पण की पुष्टि की है, जिन्होंने स्वेच्छा से अपने हथियार और गोला-बारूद सौंप दिए। पिछले सप्ताह छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 34 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। बीजापुर पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी कैडरों पर कुल मिलाकर 84 लाख रुपये का इनाम था।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह आत्मसमर्पण राज्य सरकार की पुनर्वास पहल “पूना मार्गम: पुनर्वास से पुनर्जीवन” के तहत हुआ, जिसका उद्देश्य पूर्व उग्रवादियों का पुनर्वास और कल्याणकारी उपाय करना है। अधिकारियों ने कहा कि यह कदम निरंतर नक्सल-विरोधी नीतियों और विश्वास निर्माण प्रयासों के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। हथियार डालने वालों में दक्षिण उप-क्षेत्रीय ब्यूरो के 34 माओवादी शामिल थे, जिनमें सात महिलाएं और 27 पुरुष थे। डीकेएसजेडसी इकाई के अलावा, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में तेलंगाना राज्य समिति और आंध्र-ओडिशा सीमा (एओबी) डिवीजन के सदस्य भी शामिल थे, जो दर्शाता है कि ये योजनाएं जिला और राज्य सीमाओं से परे तक फैली हुई हैं।
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरे



