महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र कल से मुंबई में शुरू होगा । इससे पहले आज एक संवाददाता सम्मेलन में महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने मांग की कि राज्य को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए तथा किसानों और खेत मजदूरों को पर्याप्त वित्तीय सहायता की भी घोषणा की जाए। राज्य सरकार की आलोचना करते हुए श्री पवार ने कहा कि विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पारंपरिक चाय आयोजन का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 15 लाख हेक्टेयर भूमि भारी बारिश से प्रभावित हुई है और प्रभावित क्षेत्र के अभी औऱ बढ़ने की संभावना है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने किसानों के लिए 75 हजार प्रति हेक्टेयर और बागवानी करने वालों के लिए देढ़ लाख प्रति हेक्टेयर की मांग की है। श्री अजीत पवार ने सरकार से जहां भारी बारिश हुई है उन क्षेत्रों में छात्रों का शिक्षा शुल्क माफ करने तथा खेतिहर मजदूरों को एकमुश्त आर्थिक सहायता देने की भी मांग की। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से मुलाकात की और सत्र में चर्चा के बाद ही लिए जाने वाले विधेयकों का समर्थन करने का अनुरोध किया है ।
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