इतिहासकारों की माने तो, क़रीबन 14वीं शताब्दी में मोहम्मद तुगलक द्वारा इस किले का नाम बदलकर दौलताबाद कर दिया गया था। मीडिया में आई जानकारी के अनुसार जब मुहम्मद तुगलक ने दिल्ली के सिंहासन पर कब्जा किया, तो वह इस किले के प्रति इतना आकर्षित था कि उसने अपना दरबार और राजधानी यहां स्थानांतरित करने का फैसला किया था और इस किले का नाम बदलकर दौलताबाद कर दिया था।
इतिहास पर नज़र डालें तो भारत में मुगल काल में कई शहरों के नाम बदले दिए गए और उसके बाद फिर अंग्रेजों ने, फिर कई सरकारों ने अनेक जगहों के नाम बदले। मीडिया सूत्रों के अनुसार अब महाराष्ट्र की शिंदे सरकार एक बार फिर नाम बदलने को लेकर खबरों में है। मीडिया सूत्रों की माने तो राज्य के पर्यटन मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कल शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र पर्यटन विभाग औरंगाबाद शहर के पास स्थित दौलताबाद किले का नाम बदलकर उसके पुराने नाम ‘देवगिरी’ करने का प्रस्ताव पेश करेगा।