मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान शिव की भक्ति में डूबकर पूरा प्रदेश शिवमय हो उठेगा। महादेव का यह पर्व प्रदेश में भव्य रूप से मनाया जाएगा। महाकाल की नगरी उज्जैन में ‘शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव’ में 21 लाख दीप जला कर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। साथ ही प्रदेश के विभिन्न जिलों में ‘महादेव’ उत्सव का आयोजन कर भगवान शिव को भक्ति सुमन अर्पित किए जाएंगे। भगवान शिव हम सभी के आराध्य है। उनकी स्तुति और आराधना से प्रदेश में सुख, समृद्धि और विकास की कामना की जायेगी।
संस्कृति, पर्यटन और अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की मंशा अनुसार महाशिवरात्रि का पावन पर्व पूरे प्रदेश में उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। मंत्री सुश्री ठाकुर ने सभी प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी है। संस्कृति विभाग प्रदेश में शिव आराधना के 9 प्रमुख शहरों में शिव-सत्य की कला अभिव्यक्तियाँ – “महादेव उत्सव” मनाएगा। महू इंदौर, कुंडेश्वर धाम टीकमगढ़, त्रिवेणी कला संग्रहालय उज्जैन, सिद्धनाथ मंदिर पन्ना, भोजपुर मंदिर, आमखेड़ाकालू विदिशा, पशुपतिनाथ मंदिर मंदसौर, ओंकारेश्वर और महेश्वर में स्थानीय प्रशासन के सहयोग से आमजन के साथ महादेव उत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान भगवान शिव को समर्पित विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और बौद्धिक गतिविधियाँ होंगी। साथ ही प्रदेश के विभिन्न स्थानों और प्रमुख मंदिरों में महाशिवरात्रि का पावन पर्व पूरी श्रद्धा और उत्साह से मनाया जाएगा।
भोजपुर मंदिर में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन
महादेव उत्सव का तीन दिवसीय आयोजन का शुभारंभ प्रसिद्ध शिव मंदिर भोजपुर में किया जाएगा। पहले दिन 1 मार्च को भोपाल के श्री आशाराम शर्मा एवं साथियों द्वारा लोक गायन, दिल्ली के श्री निशांत-प्रशांत मलिक द्वारा गायन की प्रस्तुति दी जाएगी। साथ ही दिल्ली की संगीता शर्मा एवं ग्रुप द्वारा शिव केंद्रित नृत्य नाटिका और सागर के श्री जुगलकिशोर नामदेव एवं साथियों द्वारा बधाई और बरेदी लोक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। दूसरे दिन बुधवार को उज्जैन के कृष्णा वर्मा एवं साथियों द्वारा मटकी लोक नृत्य, मुंबई की संध्या पूरेचा एवं साथियों द्वारा ओम शिव सर्वमयम और दिल्ली की तृप्ति शाक्या एवं साथियों द्वारा भक्ति गायन की प्रस्तुति दी जाएगी। उत्सव के अंतिम दिन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन होगा, जिसमें नई दिल्ली के डॉ. कुमार विश्वास, नोएडा की सुश्री शिखा दीप्ति, श्री शंभू शिखर, भोपाल के श्री मदन मोहन समर और धार के श्री संदीप शर्मा काव्य पाठ करेंगे। साथ ही शासकीय ललित कला संस्थान जबलपुर द्वारा शिव केंद्रित चित्रांकन पर चित्रांकन शिविर का आयोजन भी किया जाएगा।
शिव महिमा भक्ति संगीत का आयोजन महू में
महू में चक्की वाले महादेव मंदिर, हाट मैदान में शाम साढ़े 6 बजे से महादेव समारोह होगा। इसमें प्रयागराज की सुश्री तृप्ति शाक्य और साथियों द्वारा शिव महिमा भक्ति संगीत, नई दिल्ली के राकेश साईबाबू और साथियों द्वारा भरतनाट्यम एवं छाउ नृत्य शैली ‘महेश्वरा’ और हरदा के श्री लक्ष्मी नारायण एवं साथियों द्वारा काठी नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके साथ ही चित्रकार श्री अमोल पवार के उज्जैन स्थित 84 महादेवों के जलरंग चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
कुंडेश्वर धाम में नृत्य नाटिका
भगवान शिव की लीलाओं पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति कुंडेश्वर धाम टीकमगढ़ में होगी। नृत्य निर्देशक श्री संजय महाजन के निर्देशन में बड़वाह के नटेश्वर नृत्य संस्थान के कलाकार प्रस्तुति देंगे। साथ ही जबलपुर की सुश्री संजो बघेल द्वारा लोक गीत गायन और रीवा के श्री संतोष तिवारी एवं साथियों द्वारा रेवावृंद गायन की प्रस्तुति दी जाएगी।
उज्जैन में तीन दिवसीय महादेव समारोह
महाकाल की नगरी उज्जैन में त्रिवेणी कला संग्रहालय में 1 से 3 मार्च तक महादेव समारोह होगा। समारोह में भगवान शिव पर आधारित व्याख्यान, चित्रांकन शिविर, नृत्य नाटिका, समूह नृत्य, भक्ति गायन और लोक गायन का आयोजन होगा।
सिद्धनाथ मंदिर पन्ना में शिव महिमा– बुंदेली लोक गायन
अगस्त्य मुनि आश्रम सिद्धनाथ मंदिर में शाम 4 बजे से महादेव समारोह के दौरान शिव महिमा बुंदेली लोक गायन और भक्ति गायन के साथ गोतीपुआ और गुदुम बाजा नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। बालाघाट की सुश्री मुस्कान चौरसिया एवं साथियों द्वारा भक्ति गायन, उड़ीसा के श्री चंद्रमणि प्रधान एवं साथियों द्वारा गोतीपुआ नृत्य, डिंडोरी के श्री तुलेश्वर एवं साथियों द्वारा गुड़ुमबाजा नृत्य और रायसेन के श्री गया प्रसाद प्रजापति एवं साथियों द्वारा बुंदेली लोक गायन की प्रस्तुति दी जाएगी।
विदिशा में दो दिवसीय प्रसंग में नृत्य गायन की संयोजित प्रस्तुतियाँ
विदिशा की ग्राम पंचायत आमखेड़ा कालू में महाशिवरात्रि पर दो दिवसीय महादेव उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें भगवान शिव पर केंद्रित नृत्य और गायन की प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी। समारोह के पहले दिन आगर मालवा के श्री मांगीलाल कुलश्रेष्ठ एवं साथियों द्वारा मालवी लोक गायन, भोपाल की कला समिति द्वारा अर्द्धनारीश्वर नृत्य नाटिका और भोपाल के श्री के. दामोदर राव वाणी राव एवं साथियों द्वारा भक्ति गायन किया जाएगा। दूसरे और अंतिम दिन कोलकाता के श्री देबजानी बसु और साथियों द्वारा कथक नृत्य शैली में शिव स्तुति और भोपाल के श्री सूर्य प्रकाश श्रीवास्तव एवं साथियों एवं श्री अखिलेश तिवारी और साथियों द्वारा भक्ति गायन किया जाएगा। महाशिवरात्रि के दिन सुबह 11 बजे से 8 बजे तक ललित कला संस्थान ग्वालियर के कलाकारों द्वारा भगवान शिव पर आधारित चित्रांकन शिविर होगा।
मंदसौर में ओम शिव सर्वमयम भरतनाट्यम
प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर मंदसौर में महादेव परिसर के भव्य आयोजन में मुंबई की सुश्री संध्या पुरेचा एवं साथियों द्वारा भगवान शिव पर केन्द्रित भरतनाट्य नृत्य शैली ओम शिव सर्वमयम की प्रस्तुति दी जाएगी। भोपाल की सुश्री कीर्ति दुबे एवं साथियों और मंदसौर की सुश्री सुगनदेवी एवं साथियों द्वारा शिव महिमा भक्ति गायन किया जाएगा। महाशिवरात्रि के दिन दोपहर 12 बजे से शासकीय ललित कला संस्थान धार के कलाकारों द्वारा भगवान शिव पर आधारित चित्रांकन शिविर और प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
महेश्वर में शिव-सत्य की कला प्रस्तुतियाँ
महेश्वर में नर्मदा नदी के प्रसिद्ध देवी अहिल्या घाट पर समारोह में अनुजा विनय रामदासन द्वारा भक्ति गायन, श्री पार्श्वनाथ उपाध्याय द्वारा भरतनाट्यम समूह नृत्य की प्रस्तुति और श्री हेमंत चौहान द्वारा भक्ति संगीत का गायन किया जाएगा।