इंडियन एयरफोर्स ने पहली बार दो महिला पायलटों को चिनूक हेलिकॉप्टर यूनिट को ऑपरेट करने का जिम्मा सौंपा है। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर, चिनूक हेलिकॉप्टर सीमा पर तैनात जवानों को मदद पहुंचाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मीडिया की माने तो, यह उत्तरी और पूर्वी सीमाओं तक आसानी से जा सकता है जहां भारत-चीन सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। सेना के एक अधिकारी द्वारा बताया गया है कि स्कॉड्रोन लीडर्स पारुल भारद्वाज और स्वाती राठौर को चिनूक हेलिकॉप्टर ऑपरेट करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह भारतीय वायुसेना में पहली बार 2019 में शामिल हुआ था। यह हेलिकॉप्टर बहुउद्देशीय है। यह हमारी वायुसेना के बेड़े में शामिल होने वाला सबसे नया हेलिकॉप्टर है। भारतीय वायुसेना देश की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहती है।
मीडिया सूत्रों के हवाले से सामने आई जानकारी के अनुसार, पहली बाद दो महिला पायलट चिनूक हेलिकॉप्टर को उड़ाती नजर आएंगी। ऐसा पहली बार हुआ है जब वायुसेना ने 2 महिला लड़ाकू विमान पायलटों को अपनी सीमावर्ती चिनूक हेलीकॉप्टर इकाइयों को सौंपा है।