मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में लम्पी वायरस की स्थिति पर लगातार नजर रखी जाए। इसको फैलने से रोकने के लिए हर स्तर पर आवश्यक प्रयास करें। पड़ोसी राज्यों से पशुओं का प्रवेश रोका जाए। संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक टीकों की कमी नहीं आनी चाहिए। संक्रमण फैलने से रोकने के लिए पशुओं को आयसोलेट करने तथा अन्य उपायों के संबंध में पशुपालकों को जागरूक भी करें। सभी जिलों में वायरस की स्थिति तथा बचाव के उपायों के क्रियान्वयन की सतत समीक्षा की जाए।
मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री चौहान पशुओं में लम्पी वायरस की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। निवास कार्यालय पर आज सुबह हुई समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव पशुपालन जे.एन. कंसोटिया, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा तथा अन्य अधिकारी वर्चुअली शामिल हुए।
मीडिया की माने तो, जानकारी दी गई कि प्रदेश में अब तक 3 हजार 314 पशु लम्पी वायरस से प्रभावित हैं। इसमें 2 हजार 742 पशु स्वस्थ हो गए हैं और 38 की मृत्यु हुई। संक्रमण से बचाव के लिए अब तक 1 लाख 49 हजार 530 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में टीके उपलब्ध हैं। भिंड, मुरैना और श्योपुर में लम्पी वायरस के प्रकरण सामने आए हैं। वहाँ आवश्यक प्रबंध किये जा रहे है।