जनरल मनोज पांडे ने आज नए सेनाध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। उन्होंने जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का स्थान लिया है। जनरल पांडे 29वें सेना प्रमुख और इंजीनियरिंग कोर के पहले अधिकारी हैं जिन्हें यह अवसर मिला है।
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र जनरल पांडे को दिसंबर 1982 में कोर ऑफ इंजीनियर्स में शामिल किया गया था। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास पल्लांवाला सेक्टर में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान एक इंजीनियर रेजिमेंट की कमान संभाली थी। अपने 39 साल के कार्यकाल में जनरल पांडे ने पश्चिमी थिएटर में एक इंजीनियर ब्रिगेड, नियंत्रण रेखा पर एक पैदल सेना ब्रिगेड, लद्दाख सेक्टर में एक पर्वतीय डिवीजन और पूर्वोत्तर में एक कोर की कमान संभाली । लेफ्टिनेंट जनरल पांडे पूर्वी कमान का कार्यभार संभालने से पहले अंडमान निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ थे।
इससे पहले आज सवेरे नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक लॉन में निवर्तमान सेना प्रमुख जनरल नरवणे को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की। रक्षा मंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि एक सेना प्रमुख के रूप में जनरल नरवणे के योगदान ने भारत की रक्षा क्षमताओं और तैयारियों को मजबूत किया है।
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