वित्‍तमंत्री ने राष्‍ट्रीय डिजाइनिंग संस्‍थानों के विद्यार्थियों से स्‍वदेशी उत्‍पादों और व्‍यावसायों का उपयोग करने का आह्वान किया

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केन्‍द्रीय वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारामन ने देश के विभिन्‍न राष्‍ट्रीय डिजाइनिंग संस्‍थानों के विद्यार्थियों से अभिनव व्यावसायिक समाधानों के लिए वैश्विक बाजार के साथ-साथ स्‍वदेशी उत्‍पादों और व्‍यावसायों का उपयोग करने का आह्वान किया है। श्रीमती सीतारामन और केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने आज हैदराबाद में फुटवियर डिजाइन और विकास संस्थान, राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय विदेश व्यापार संस्थान और भारतीय पैकेजिंग संस्थान सहित पांच राष्ट्रीय संस्थानों के विद्यार्थियों को संबोधित किया। वित्तमंत्री ने विद्यार्थियों से स्थिरता और टिकाऊ जीवन शैली को प्रदर्शित करने के लिए आधुनिक डिजाइनों की खोज की जगह विभिन्न क्षेत्रों के डिजाइन में भारतीय पारंपरिक ज्ञान का उपयोग करने को अह्वान किया।

श्रीमती सीतारामन ने राष्‍ट्रीय डिजाइन संस्‍थान से अपनी गतिविधियों को आभूषण डिजाइनिंग जैसे क्षेत्रों में विस्तारित करने के लिए कहा। वित्‍तमंत्री ने वाणिज्य मंत्रालय से डिजाइनिंग में लगे अच्छे कारीगरों वाले डिजाइनिंग केंद्र स्थापित करने को कहा। वित्‍तमंत्री ने कहा कि भारत अमृतकाल की ओर बढ़ रहा है। उन्‍होंने इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस भाषण में प्रधानमंत्री के पांच उद्देश्य ‘पंच प्रण’ का स्‍मरण किया।

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने विभिन्न डिजाइनिंग संस्थानों से आम लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए व्यावसायिक समाधान खोजने के लिए ठोस प्रयास करने का आह्वान किया। श्री गोयल ने कहा कि दुनिया भर में तकनीकी वस्त्र क्षेत्र का विस्तार हो रहा है। उन्होंने वस्‍त्र उद्योग से वैश्विक बाजार हिस्सेदारी में अपना हिस्‍सा बढ़ाने का आह्वान किया।

इससे पहले वाणिज्‍य मंत्री ने कहा कि सरकार ने देश में स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए हैं। उन्‍होंने कहा कि फाइव-जी सेवाओं की शुरूआत से स्टार्ट-अप व्‍यवस्‍था को गति मिलेगी। पीयूष गोयल ने कहा कि देशभर में अस्‍सी हजार से अधिक स्टार्ट-अप पंजीकृत हैं।

News & Image Source :  newsonair.gov.in

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