जलवायु परिवर्तन के कारण प्राचीन पर्माफ्रॉस्ट का पिघलना इंसानों के लिए एक नया खतरा पैदा कर सकता है। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वैज्ञानिकों ने कहा है कि उन्हें दो दर्जन से ज्यादा वायरस मिले हैं, जिनमें से एक झील के नीचे जमा हुआ था और वह लगभग 48,500 वर्ष से ज्यादा पुराना है। यूरोप के वैज्ञानिकों को रूस के साइबेरिया इलाके के पर्माफ्रॉस्ट से कुछ सैंपल मिले हैं, जिनका उन्होंने परीक्षण किया है। वैज्ञानिकों ने 13 नए पैथोजेन को पुनर्जीवित किया और उनकी खासियत बताई। इनको जॉम्बी वायरस नाम दिया गया है। रिसर्चर्स के अनुसार, जमी हुई बर्फ में कई हजार साल तक रहने के बावजूद वे संक्रामक बने रहे।
मीडिया में आई जानकारी के अनुसार, फ्रांस के वैज्ञानिकों ने रूस में जमी हुई झील के नीचे दबे 48500 साल पुराने जाम्बी वायरस को फिर से जिंदा करने का दावा किया है। न्यूयार्क पोस्ट के अनुसार, फ्रांसीसी वैज्ञानिकों ने ‘जाम्बी वायरस’ को पुनर्जीवित करने के बाद एक और महामारी की आशंका जताई है।
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें