श्रीलंका में सत्तारूढ़ गठबंधन से आज 41 सांसदों के बाहर आने के बाद राष्ट्रपति गोताबाया राजपक्षे के सत्तारूढ़ गठबंधन के पास बहुमत नहीं रहा है। राष्ट्रपति ने कहा था कि वह इस्तीफा नहीं देंगे और 113 सीटों के साथ बहुमत सिद्ध करने वाले को दायित्व सौंपने के लिए तैयार हैं। देश में दवाओं की बेहद कमी के कारण आपात स्वास्थ्य स्थिति घोषित की गई है।
इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा है कि वह श्रीलंका में राजनीतिक और आर्थिक घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखे हुए है।
इससे पहले श्रीलंका के वित्त मंत्री अली साबरी ने उन्हें राष्ट्रपति गोताबाया द्वारा एक दिन पहले नियुक्त किए जाने के बाद आज त्यागपत्र दे दिया। श्रीलंका में आर्थिक संकट मंडरा रहा है। राष्ट्रपति ने एक बयान में कहा कि बिगड़ती अर्थव्यवस्था के कारण लोगों को हो रही कठिनाइयों के प्रति वे खेद व्यक्त करते हैं और उनका मानना है कि उन्होंने सदैव देश के हित के लिए काम किया। उन्होंने यह भी कहा कि देश की समस्याओं के समाधान के लिए नए एहतियाती तथा गैर-परम्परागत कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
इस बीच, श्रीलंका पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कानून अपने हाथ में नहीं लेने की चेतावनी दी है और कहा है कि आंदोलन के दौरान हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने कल रात कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया और कहा कि आने वाले दिनों में कानून का उल्लंघन करने वालों को पकड़ने के लिए पुलिस वीडियो फुटेज का सहारा लेगी।
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