केन्द्र सरकार ने अग्निपथ भर्ती योजना के लिए अधिकतम आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी है। रक्षा मंत्रालय ने कल बताया कि आयु में छूट केवल एक बार इस वर्ष की प्रस्तावित भर्ती में ही दी जाएगी। पिछले दो वर्ष में कोई भर्ती नहीं होने के कारण यह निर्णय लिया गया है। सरकार ने कहा है कि अग्निवीरों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राज्य पुलिस की भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि अग्निवीरों का भविष्य सुरक्षित नहीं है। सरकार ने कहा कि जो युवा उद्यमी बनने के इच्छुक होंगे उन्हें वित्तीय पैकेज और बैंक से ऋण मिलेगा। ऐसे अग्निवीर जो आगे पढ़ाई जारी रखेंगे उन्हें 12वीं कक्षा के समकक्ष प्रमाणपत्र दिया जाएगा। अग्निपथ योजना के माध्यम से सशस्त्र बलों में युवाओं के बहुत अधिक अवसर बढ़ जाऐंगे। आने वाले वर्षों में सशस्त्र बलों में मौजूदा भर्ती से तीन गुना अधिक युवाओं की भर्ती होगी। अग्निपथ योजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी थी। इस योजना के माध्यम से भारतीय युवाओं को सशस्त्र बलों के नियमित कैडर में चार साल की अवधि के लिए सेवा करने का अवसर मिलेगा। इसके अंतर्गत इस वर्ष 46 हजार से अधिक युवाओं को भर्ती किया जाएगा। सशस्त्र बलों में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से अग्निपथ योजना को तैयार किया गया है। भारतीय वाणिज्य और उद्योग महासंघ के महानिदेशक अरूण चावला ने कहा है कि अग्निपथ भर्ती योजना अपने आप में अनूठी है और यह सुरक्षा बलों को मजबूती प्रदान करेगी। योजना के अंतर्गत इस वर्ष 46 हजार से अधिक युवाओं की भर्ती की जाएगी। आकाशवाणी के साथ विशेष बातचीत में श्री चावला ने कहा कि इस योजना से उद्योग जगत को कार्य संचालन के लिए पहले ही तैयार अति कुशल और अनुशासित युवा मिलेंगे। यह योजना युवाओं को देश की सेवा और राष्ट्र निर्माण में योगदान करने के लिए अनूठा अवसर प्रदान करेगी। संक्षिप्त सैन्य सेवा का देश, समाज और युवाओं के लिए बहुत अधिक लाभ है। इस से युवाओं में देशभक्ति, टीम के रूप में कार्य, शारीरिक तंदुरूस्ती बढ़ाने और देश के लिए समर्पण की भावना बढ़ेगी। साथ ही बाहरी, आंतरिक संकट और प्राकृतिक आपदाओं के समय राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षित कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।courtesy newsonair |