मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में निरंतर सिंचाई की क्षमता में बढ़ोतरी करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। प्रदेश की विभिन्न निर्माणाधीन सिंचाई परियाजनाओं का कार्य समय-सीमा में पूरा किया जाए। उन्होंने सिंचाई परियोजनाओं के मानचित्र का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में नर्मदा नियंत्रण मंडल की 73 वीं बैठक की समीक्षा कर रहे थे। जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट, किसान-कल्याण और कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल और नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुश्वाह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव नर्मदा घाटी विकास श्री आई.सी.पी. केसरी, प्रमुख सचिव वित्त श्री मनोज गोविल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह वर्चुअली बैठक से जुड़े।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निर्माणाधीन सिंचाई परियोजनाओं को तेजी से पूरा करें। किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाए। उन्होंने कहा कि कुछ परियोजनाएँ वर्ष 2022 और कुछ परियोजनाएँ वर्ष 2023 तक पूरी कर ली जाएं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान और किसान-कल्याण और कृषि विकास मंत्री श्री पटेल ने हरदा जिले को शत-प्रतिशत सिंचिंत जिला बनाने और विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं की स्वीकृति के लिए एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। मंत्री श्री पटेल ने उपस्थित अन्य मंत्रीगण एवं अधिकारियों का भी मुँह मीठा कराया गया।