मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का दिन आनंद, उल्लास और उत्साह का दिन है। भगवान श्रीकृष्ण ने यही संदेश दिया कि सज्जनों के लिए फूल से कोमल और दुष्टों पर वज्र से कठोर होना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण की नीति अनुसार जो भी प्रदेश की शांति व्यवस्था और सौहार्द से खिलवाड़ करेगा, उसके लिए राज्य सरकार वज्र से कठोर होगी । मुख्यमंत्री श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर अहीरपुरा बरखेड़ी स्थित श्रीराधा कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। बाल गोपाल की पालकी यात्रा का शुभारंभ किया। “नन्द के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की” के घोष के साथ श्रद्धालुओं को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई और शुभकामनाएँ दी ।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण द्वारा प्रेम और भक्ति के साथ कर्म का संदेश दिया गया है। फल की चिंता किये बगैर सदैव अच्छे कार्य करने चाहिए। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण से प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद और कृपा सदैव हमारे देश पर बनी रहे और भारतवर्ष प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में विश्व गुरू के रूप में स्थापित हो। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, महापौर श्रीमती मालती राय, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता श्री राहुल कोठारी सहित नागरिक उपस्थित थे ।