सेना के शीर्ष कमांडरों का सम्मेलन आज नई दिल्ली में होगा। सैन्य कमांडरों का यह सम्मेलन साल में दो बार अप्रैल और अक्टूबर में होता है। सम्मेलन में भारतीय सैन्य के लिए व्यापक स्तर पर विचार-विमर्श और महत्वपूर्ण नीतियों को अंतिम रूप दिया जाता है।
पांच दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी सीमा की स्थिति, संपूर्ण परिदृश्य में खतरों का आकलन और इनसे निपटने की तैयारियों तथा क्षमता विकास पर चर्चा करेंगे।
विचार-विमर्श के दौरान सीमावर्ती इलाकों में बुनियादी ढांचें का विकास, स्वदेशी के माध्यम से आधुनिकीकरण तथा अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल और रूस-यूक्रेन युद्ध का प्रभाव प्रमुख मुद्दे होंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बृहस्पतिवार को वरिष्ठ कमांडरों से मिलने और उनको संबोधित करने की संभावना है।
वरिष्ठ कमांडर कार्य सुधार, वित्त प्रबंधन, इलैक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल और सेना के डिजिटीकरण के अलावा क्षेत्रीय कमान से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेंगे।
courtesy newsonair