हिमाचल प्रदेश में तेजी से बढ़ रही नशे की रफ्तार चिंता का विषय बनती चली जा रही है। हिमाचल प्रदेश पुलिस के अनुसार, बीते छह साल में एनडीपीएस के मामलों में दोगुनी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। नशाखोरी के मामले में हिमाचल प्रदेश दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। इस मामले में पंजाब राज्य शीर्ष पर है। दोनों पड़ोसी राज्य हैं। ऐसे में दोनों ही राज्यों के माफियाओं के बीच नशे की खरीद-फरोख्त भी जोरों पर है। पिछले कुछ सालों में युवाओं के बीच सिंथेटिक ड्रग का चलन बढ़ा है। युवा हेरोइन और चिट्टे की चपेट में आ रहे हैं। मीडिया की माने तो , प्रदेश की कुल जनसंख्या का 0.24 फीसदी हिस्सा नशे की चपेट में है। प्रदेश में करीब दो लाख युवा ड्रग एडिक्टेड हैं। हैरानी की बात है कि लड़कियां भी केमिकल नशा करने का शौक रखती हैं। प्रदेश में नशे को लेकर लगातार चिंताजनक स्थिति पैदा हो रही है।
मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में नशा एक महामारी की तरह फैल रहा है।लोगों में बढ़ती नशे की लत चिंता का विषय बन गई है। प्रदेश के हर जिले में नशा माफिया अपने पैर पसार रहा है। नशाखोरी के मामले में हिमाचल प्रदेश दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। इस मामले में पंजाब राज्य शीर्ष पर है।दोनों पड़ोसी राज्य हैं। ऐसे में दोनों ही राज्यों के माफियाओं के बीच नशे की खरीद-फरोख्त भी जोरों पर है। पिछले कुछ सालों में युवाओं के बीच सिंथेटिक ड्रग का चलन बढ़ा है। युवा हेरोइन और चिट्टे की चपेट में आ रहे हैं। हिमाचल पुलिस के अनुसार, प्रदेश की कुल जनसंख्या का 0.24 फीसदी हिस्सा नशे की चपेट में है। सर्वे के मुताबिक, प्रदेश में करीब दो लाख युवा ड्रग एडिक्टेड हैं।
Image Source : Abp News
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें