संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी मामलों की एजेंसी के अनुसार अब तक लगभग 40 लाख लोग यूक्रेन छोडकर पडोसी देशों में शरण ले चुके हैं। रूस-यूक्रेन संकट के कारण द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में अब तक का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट पैदा हुआ है। एजेंसी के अनुसार इनमें से क़रीब 23 लाख लोग पोलैंड, छह लाख आठ हजार रोमानिया, तीन लाख 87 हजार से अधिक मोल्दोवा और लगभग तीन लाख 64 हजार लोगों ने हंगरी में शरण ली है।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र की बाल एजेंसी – युनिसेफ ने कहा है कि यूक्रेन से आए शरणार्थियों में पचास प्रतिशत बच्चे हैं। युनिसेफ के कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने एक बयान में कहा है कि यूक्रेन की स्थिति तेजी से बदल रही है।