केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि, “सहकारिता के माध्यम से ही देश में सर्वस्पर्शीय और सर्वसमावेशी विकास संभव है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने सहकारिता मंत्रालय बनाकर इसे और अधिक बल देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि, जो लोग कहते हैं कि सहकारी बैंक अप्रासंगिक हो गए हैं, मैं उन्हें कहना चाहता हूँ कि आज देश में अनेक सहकारी बैंक ऐसे हैं जो 100 साल पुराने हैं। इनका 100 साल पूरे करना ही दर्शाता है कि अभी भी यह उतने ही सक्षम व प्रासंगिक हैं और देश के आर्थिक विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं।”
गृहमंत्री शाह ने कहा कि, “आज के आधुनिक समय में सहकारी बैंकों को भी अपना symmetric expansion करना होगा, यह बदलाव ही आने वाले समय में सहकारी बैंकों को निजी बैंकों से प्रतिस्पर्धा में आगे ले जायेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सभी सहकारी बैंकों को एक समान रूप से सुदृढ़ और सशक्त बनाया जा रहा है। मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूँ कि अब कोई भी सहकारिता क्षेत्र के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार नहीं कर सकेगा और आपको समान अवसर मिलेंगे। सहकारी बैंक समाज के छोटे-से-छोटे तबके के व्यक्ति को सरलता से लोन देकर उन्हें देश के अर्थतंत्र से जोड़ने का काम कर रही हैं।”
News & Image Source : (Twitter) @AmitShah