मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्मार्ट उद्यान में मौलश्री और पिंक केसिया का पौधा लगाया। प्रकृति योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान के श्री टी.एस. बावल, श्री संजय पाठक तथा श्री वीरेंद्र धवन भी पौध-रोपण में सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान को संस्था के प्रतिनिधियों ने गिलोय और मुनगा के पौधे भेंट किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुनगा, कुपोषण दूर करने में सहायक है और गिलोय से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। राज्य सरकार इन दोनों को प्रोत्साहित करेगी।
संस्थान नियमित योग कक्षाओं के साथ पर्यावरण-संरक्षण हेतु वृक्षारोपण विशेषकर आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों एवं औषधीय पौधों के प्रति जन-जागरूकता का कार्य कर रही है। योग कक्षा एवं योग शिविर के माध्यम से प्राकृतिक आहार, प्राकृतिक रूप से बीमारियों के निदान, बच्चों को प्राकृतिक जूस के लाभ की जानकारी और उसका वितरण किया जा रहा है। संस्थान द्वारा योग एवं आसन, प्राकृतिक संरक्षण और रोगों से बचाव हेतु सेमिनार भी किये जाते हैं।
मौलश्री एक सुपरिचित वृक्ष है, इसे संस्कृत में केसव, हिन्दी में मोलसरी या बकुल कहते हैं। मौलश्री औषधीय वृक्ष है। इसका सदियों से आयुर्वेद में उपयोग होता आ रहा है। पिंक केसिया जावानिका की छाल और पत्तियों का उपयोग आयुर्वेदिक दवाएँ बनाने में किया जाता है। कब्ज, शूल, मूत्र विकारों के इलाज के लिए इससे तैयार दवाओं का उपयोग किया जाता है।