मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की अपील, होलिका दहन में गो-काष्ठ का हो प्रयोग

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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के नागरिकों को होली, रंगपंचमी और भगोरिया पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह पर्व प्रेम, उत्साह और भाईचारे के पर्व हैं। रंगों के इन त्यौहारों को सभी उत्साह से मनाने की तैयारी में हैं। बीते 2 साल कोविड की वजह से हम त्यौहार नहीं मना पाए। अब कोविड नियंत्रण में है। पूरा प्रदेश आनंद और उत्साह से भरा हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आम के बोरों की महक पूरे प्रदेश में बिखरी है। पलाश के वृक्षों से रंग-बिरंगे दृश्य दिखाई देते हैं। गेहूँ की कटाई चल रही है। इस साल रिकॉर्ड उत्पादन भी हो सकता है।

किसानों और अन्य वर्गों को व्यापक राहत

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने शुभकामना संदेश में किसानों और अन्य वर्गों को व्यापक स्तर पर दी गई राहत का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों को फसल बीमा के 7618 करोड़, अनाज उपार्जन की राशि, प्रधानमंत्री सम्मान निधि और अन्य राहत राशियों को मिलाकर करीब पौने 2 लाख करोड़ रुपए की राशि किसानों के खातों में डाली गई है। उन्होंने दिए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने पूर्व सरकार द्वारा किसानों के दो लाख के ऋण को माफ करने के वादे को पूरा न करने के बाद किसानों को राहत देने और उनका ब्याज भरने का निर्णय लिया। कोरोना काल के बिजली के बिल स्थगित किए गए हैं। किसानों और उपभोक्ताओं को इन बिलों का बोझ नहीं उठाने देंगे। कर्मचारियों को भी महंगाई भत्ता दिया गया है। बच्चे अब स्कूल जा रहे हैं। ऑफलाइन परीक्षा भी हो रही हैं।

गिले-शिकवे भूलकर मनाएँ पर्व

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी वर्ग उल्लास और उमंग से पर्व मनाएंगे। अपने गिले-शिकवे भूलकर प्रेम की गंगा बहाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शालीनता के साथ त्यौहार मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कहीं पर भी पेड़ न काटे जाएँ। लकड़ी की जगह गौ-काष्ठ का उपयोग किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया वे स्वयं गौ-काष्ठ से होलिका दहन के कार्यक्रम में शामिल होंगे।

गौरव दिवस

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण चल रहा है। सभी नागरिक अपने ग्राम और नगर को स्वच्छ रखें। यह हमारा दायित्व है। शहर और ग्राम का गौरव दिवस भी मनाया जाए। अपने ग्राम और नगर के लिए हर व्यक्ति कुछ न कुछ योगदान अवश्य दें।

आत्म-निर्भर भारत और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के आत्म-निर्भर भारत के निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए सहयोगी बनने की नागरिकों से अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों के योगदान से ही आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का भी निर्माण होगा।

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