शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को पार्टी से निकाल दिया है। उद्धव ने शिंदे की पार्टी विरोधी गतिविधि को लेकर यह निर्णय लिया है।
शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार 4 जुलाई को विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करेगी। इस बीच शिंदे को झटका देते हुए उद्धव ठाकरे ने उनको शिवसेना के सभी पदों से हटा दिया है।
शिवसेना के एक बयान में कहा गया है कि शिंदे को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ में शामिल होने के चलते उन्हें हटाया गया है। महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में विद्रोह से पैदा हुआ था, जो अन्य विधायकों के साथ गुवाहाटी में रहे और उनका समर्थन किया। इसी बीच उद्धव ठाकरे ने भी अपने सीएम पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया था।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने शिंदे को शिवसेना के सभी पदों से मुक्त करने के साथ पार्टी से भी निकाल दिया है। उद्धव ने शिंदे के पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने को कार्रवाई की वजह बताया है। शिंदे ने बीते दिन ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था। उनके साथ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, उद्धव ठाकरे के इस फैसले को शिंदे के उन दावों पर हमला बताया जा रहा है, जिसके जरिए वे शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की विरासत पर दावा कर रहे हैं।