केंद्र सरकार द्वारा शतरंज खेल को बढ़ावा देने, जागरूकता लाने तथा आज़ादी के 75वें अमृत महोत्सव के रुप में मनाए जाने के उद्देश्य से भारत में पहली बार 44वें शतरंज ओलिंपियाड का आयोजन किया जा रहा है। शतरंज ओलिंपियाड मशाल रिले देश के 75 शहरों से गुजरेगी। सोमवार 4 जुलाई को चेस मशाल रिले भोपाल पहुँचेगी। ओलिंपियाड मशाल रविवार की शाम को गोवा से इंदौर पहुँचकर उज्जैन के लिए प्रस्थान करेगी। उज्जैन में विक्रम विश्वविद्यालय के विक्रम कीर्ति मंदिर ऑडिटोरियम में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव चेस मशाल रिले का स्वागत करेंगे। ओलिंपियाड मशाल रिले उज्जैन के महाकाल मंदिर एवं शहर के प्रमुख स्थलों का भ्रमण भी करेगी। सोमवार को चेस ओलिंपियाड मशाल रिले इंदौर स्थित आई.पी.एस. एकेडमी पहुँचेंगी। यहाँ आयोजित समारोह में जल संसाधन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री श्री तुलसी सिलावट शामिल होकर स्वागत करेंगे। इंदौर में मशाल रिले लालबाग पैलेस सहित शहर के प्रमुख स्थलों का भ्रमण करते हुए भोपाल के लिए रवाना होगी।भोपाल में टी.टी. नगर स्टेडियम में होने वाले भव्य कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ओलिंपियाड चेस मशाल रिले का स्वागत करेंगी। इसी दिन दोपहर 2:15 बजे मशाल साँची के लिए प्रस्थान करेगी। मशाल रिले का दोपहर 3:15 बजे साँची स्तूप पहुँचने पर स्वागत होगा। साँची से 3:45 बजे ओलिंपियाड मशाल रिले झाँसी के लिए रवाना होगी । मंगलवार को चेस मशाल रिले प्रातः 11 बजे एल.एन.आई.पी.ई. ग्वालियर पहुँचेगी, जहाँ केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ओलिंपियाड मशाल का स्वागत करेंगे। मशाल रिले ग्वालियर फ़ोर्ट और शहर के प्रमुख स्थलों का भ्रमण कर दोपहर 12:30 बजे नई दिल्ली के लिए रवाना होगी । उल्लेखनीय है कि 28 जुलाई से 10 अगस्त तक भारत में शतरंज ओलिंपियाड होने जा रहा है। चेन्नई के महाबलीपुरम में होने वाले शतरंज ओलिंपियाड में 188 देशों के लगभग दो हजार खिलाड़ी शह और मात के खेल का प्रदर्शन करेंगे ।