प्रधानमंत्री ने मलयालम दैनिक मातृभूमि के शताब्दी वर्ष समारोहों का शुभारंभ किया

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प्रधानमंत्री ने मलयालम दैनिक मातृभूमि के शताब्दी वर्ष समारोहों  का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्‍होंने कहा कि भारत अपने प्रतिभाशाली युवाओं की बदौलत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत अपने प्रतिभाशाली युवाओं की बदौलत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मलयालम दैनिक मातृभूमि के शताब्दी वर्ष समारोहों  का उद्घाटन करते हुए

उन्‍होंने कहा है कि राष्ट्र अपने प्रतिभाशाली युवाओं की बदौलत  आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। श्री मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भरता के सिद्धांत का मूल, भारत को एक आर्थिक सुपर पावरहाउस बनाना है जो घरेलू और वैश्विक दोनों जरूरतों को पूरा करता है। प्रधानमंत्री ने इस समाचार पत्र से जुडी सभी प्रमुख हस्तियों को श्रद्धांजलि दी । श्री मोदी ने कहा कि यह समाचार पत्र महात्मा गांधी से प्रेरित था और और इसकी शुरूआत भारत के स्वतंत्रता संग्राम को मजबूत करने के लिए की गई थी। उन्होंने कहा कि मातृभूमि औपनिवेशिक शासन के खिलाफ  देश के लोगों को एकजुट करने के लिए देश भर में प्रकाशित किए जाने वाले समाचार पत्रों और पत्रिकाओं की गौरवशाली परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि मीडिया, स्वतंत्रता संग्राम की कम ज्ञात घटनाओं, गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों और संघर्ष से जुड़े स्थानों को उजागर करने के प्रयासों में मदद कर सकता है। इसी तरह, समाचार पत्र गैर-मीडिया पृष्ठभूमि से आने वाले लेखकों का मंच प्रदान करने और उन क्षेत्रों में क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका हो सकता है जहां वे नहीं बोली जाती हैं।

प्रधानमंत्री ने न्यू इंडिया अभियान पर मीडिया के सकारात्मक प्रभाव के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन का उदाहरण दिया जिसे हर मीडिया हाउस ने बड़ी गंभीरता से लिया। श्री मोदी ने कहा कि योग, फिटनेस और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को लोकप्रिय बनाने में मीडिया ने बहुत उत्साहजनक भूमिका निभाई है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पीढ़ी के लोगों को स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने का अवसर नहीं मिला, लेकिन यह अमृत काल हमें एक मजबूत, विकसित और समावेशी भारत की दिशा में काम करने का मौका देता है। उन्‍होंने कहा कि सरकार के प्रयास यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित हैं कि आने वाली पीढ़ियां वर्तमान की तुलना में बेहतर जीवन जीएं।

प्रधानमंत्री ने सरकारी नीतियों की सफलता और बड़े पैमाने पर परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए समाज के सभी क्षेत्रों के लोगों की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता पर भी बल दिया।

पिछले चार वर्षों के दौरान भारत के यूपीआई लेनदेन की संख्या में 70 गुना से अधिक की वृद्धि का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, यह सकारात्मक बदलावों को अपनाने के लिए लोगों की उत्सुकता को दर्शाता है।

आज के दिन और युग में भारत से दुनिया की अपेक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने महामारी से निपटने में असमर्थता की प्रारंभिक अटकलों को खारिज कर दिया। दो साल तक 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिला। उन्होंने कहा, 180 करोड़ टीकों की खुराक दी जा चुकी है। श्री मोदी ने कहा, अभूतपूर्व सुधार किए गए, जिनसे आर्थिक प्रगति को बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की गईं। उन्होंने कहा, पीएम गतिशक्ति बुनियादी ढांचे के निर्माण और शासन को और अधिक सहज बनाने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि  भारत के हर गांव में हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय रूप से काम किया जा रहा । उन्होंने कहा, हमारे प्रयासों का मार्गदर्शक सिद्धांत यह सुनिश्चित करना है कि आने वाली पीढ़ियां वर्तमान की तुलना में बेहतर जीवन व्‍यतीत कर करें।

मातृभूमि ने 18 मार्च 1923 में काम करना शुरू किया। यह सामाजिक सुधारों और विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने में सबसे आगे रहा है, और लगातार राष्ट्रीय हित के मुद्दों को उजागर करता रहा है। मातृभूमि के 15 संस्करण और 11 पत्रिकाएं हैं। साथ ही, मातृभूमि बुक्स डिवीजन समसामयिक रुचि के मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रकाशित करता है।

courtesy newsonair

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