मानसून की शुरुआत के साथ बाजार में टमाटर की आवक बढ़ने के साथ पिछले महीने की तुलना में इसके अखिल भारतीय खुदरा मूल्य में 29 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है। प्याज की खुदरा कीमत भी पिछले साल की तुलना में नौ फीसदी गिरावट के साथ काफी हद तक नियंत्रण में है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा है कि केंद्र सरकार के हस्तक्षेप से प्याज और टमाटर की कीमतों को नियंत्रित रखने में मदद मिली है।
मंत्रालय ने कहा है कि सरकार ने चालू वर्ष में अब तक का सर्वाधिक दो लाख 50 हजार टन प्याज का भंडारण किया है। भंडारण के लिए खरीद ने 317 लाख टन से अधिक के रिकॉर्ड उत्पादन के बावजूद इस साल प्याज की मंडी कीमत को गिरने से रोकने में मदद की है। प्याज का स्टॉक अगस्त से दिसंबर के दौरान मूल्य वृद्धि को रोकने के लिए आवश्यकतानुसार जारी किया जाएगा। स्टॉक को लक्षित बाजार के जरिए जारी किया जाएगा और खुदरा दुकानों के माध्यम से आपूर्ति के लिए राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और सरकारी एजेंसियों को भी भेजा जाएगा।
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