लखनऊ : भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर सीएम योगी आदित्यनाथ की कार्यवाही लगातार जारी है। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 18 जुलाई को विभागीय मंत्री के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय को तत्काल प्रभाव से हटाने के बाद, 19 जुलाई को PWD के विभागाध्यक्ष व प्रमुख अभियंता मनोज कुमार गुप्ता, प्रमुख अभियंता (परि./नियो.) राकेश कुमार सक्सेना, व वरिष्ठ स्टॉफ ऑफिसर (ई-2) शैलेन्द्र कुमार यादव को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इनके साथ ही लोक निर्माण विभाग के अन्य कार्मिकों पंकज दीक्षित प्रशासनिक अधिकारी व्यवस्थापन ‘घ’ वर्ग व संजय कुमार चौरसिया प्रधान सहायक, व्यवस्थापन ‘घ’ वर्ग के विरुद्ध भी अनुशासनिक कार्यवाही संस्थित करते हुए निलंबन की कार्यवाही कर दी गई है।
यूपी में सीएम योगी भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रवैया अपना रहे हैं। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लखनऊ में योगी सरकार ने करीब 5 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। इनमें पीडब्ल्यूडी हेड और चीफ इंजीनियर मनोज गुप्ता का नाम भी है। विभाग में ट्रांसफरों की अनियमितता को देखते हुए यह कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय पर 18 जुलाई को की गई कार्रवाई के बाद हुई है।
ज्ञात हो कि, सोमवार को मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी एके पांडेय के खिलाफ कार्रवाई के बाद से यह माना जा रहा था कि इस मामले में विभाग के कई बड़े अफसरों पर गाज गिरेगी। मंगलवार को विभागाध्यक्ष इंजीनियर इन चीफ मनोज कुमार गुप्ता और प्रमुख अभियंता (परिकल्प एवं नियोजन) राकेश सक्सेना के खिलाफ कार्रवाई की फाइल मुख्यमंत्री के पास भेजी गई थी। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद ही इन दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है।