देश में पिछले दशक में वामपंथी उग्रवाद में उल्लेखनीय कमी आई है। 2021 में उग्रवाद के 505 मामले सामने आए जो 2009 के दो हजार 258 मामलों की तुलना में 77 प्रतिशत कम है। 2021 में उग्रवादी घटनाओं में 147 नागरिकों और सुरक्षा बलों की मृत्यु हुई है जो 2010 में हुई एक हजार पांच मृत्यु के आंकड़े से 85 प्रतिशत कम है।
गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद घटकर अब 46 जिलों में रह गया है। 2010 में 96 जिले इससे प्रभावित थे। श्री राय ने कहा कि सरकार विशेष सुरक्षा बलों और सुरक्षा के तौर-तरीकों को बदलकर वामपंथी उग्रवाद से प्रभावी तरीके से निपट रही है। उन्होंने बताया कि उग्रवाद से प्रभावित जिलों के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। सरकार वहां सड़क और दूरसंचार संपर्क, कौशल विकास और वित्तीय सहायता देकर लोगों में विश्वास बढ़ा रही है।
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