मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) प्रयागराज टीम ने पिकअप में उड़ीसा से बेचने के लिए प्रयागराज व बरेली ले जा रहे अवैध गांजे के साथ दो सक्रिय तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। वाहन की तलाशी लेने पर लाखों रुपये कीमत का 2.10 क्विंटल गांजा भरे पन्नी के 43 पाकेट बरामद हुए। आरोपितों से कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने टीम को अपने दो साथियों के नाम बताए। जिसमें एसटीएफ ने चारों आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया। स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों को जेल भेजा है। एसटीएफ प्रयागराज को काफी समय से गांजा की भारी खेप उड़ीसा से लाकर बेचने की सूचना मिल रही थी। सीओ एसटीएफ शैलेश प्रताप सिंह व निरीक्षक जय प्रकाश राय के निर्देश पर एसटीएफ के एसआइ रणेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने रविवार शाम बांदा आकर यहां के एसपी अंकुर अग्रवाल व कोतवाली पुलिस से बात की। इसी बीच मुखबिर ने एसटीएफ टीम को सूचना दी कि उड़ीसा से नरैनी कस्बा के रास्ते पिकअप में गांजा की खेप लाई जा रही है।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, एसटीएफ टीम ने मेडिकल कालेज चौकी प्रभारी दिलीप मिश्रा व कृषि विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज देवेंद्र कुमार के साथ नगर कोतवाली क्षेत्र के नरैनी रोड नवाब टैंक तिराहे के पास मुखबिर को लेकर वाहनों की चेकिंग शुरू की। सोमवार सुबह करीब 6:15 पर नरैनी रोड से आ रही सफेद रंग की पिकअप को रोकते हुए मनोज कुमार मिश्रा निवासी ग्राम चंद्रावा, थाना विशेश्वरगंज, जनपद बहराइच व असलम पुत्र मुबारक निवासी ग्राम देवचरा थाना भमौरा जनपद बरेली को गिरफ्तार कर लिया। पिकअप के केबिन के पीछे वाहन की तलाशी लेने पर उसमें पन्नी के पैकटों में भरा गांजा व एक मोबाइल बरामद किया। जिसे पुलिस ने बाद में छह बोरियों में भरवाकर तौल कराई। पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि उनका अवैध मादक पदार्थ तस्करी का एक सक्रिय गिरोह है। जो अपने आर्थिक लाभ के लिए उमरकोट उड़ीसा राज्य से गांजा लाकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में ऊंचे दामों में बेचता है। पूछताछ में आरोपितों ने यह भी बताया कि उड़ीसा से गांजा खरीदने और पहुंचाने का कार्य कई वर्षो से उनके द्वारा किया जा रहा है। उड़ीसा से अवैध गांजा उसके सहयोगी हरीश कुमार गुप्ता उर्फ मोनू व युसुफ अंसारी ने पिकप में बनी विशेष कैविटी ट्राली में लदवाया था। जिसे प्रयागराज व बरेली उन्हें पहुंचाना था। एसटीएफ के एसआइ की तहरीर पर कोतवाली नगर में गिरफ्तार दो सदस्यों समेत चार सहयोगियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। एसआइ ने बताया कि उनके फरार दोनों सदस्यों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। गिरफ्तार आरोपित ने एसटीएफ की पूछताछ में यह भी बताया कि माल को सुरक्षित स्थान में पहुंचाने पर उन्हें 15-15 हजार रुपये इनाम के रूप में अलग से दिये जाते हैं। साथ ही इस काम में जो भी मुनाफा होता है वह आपस में गिरोह के चारों लोग मिलकर बांट लेते हैं। इसके पूर्व भी इनके द्वारा कई बार उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में अवैध गांजा सप्लाई किया जा चुका है। तस्करों को गिरफ्तार करने के लिए एसटीएफ व स्थानीय पुलिस रात भर वाहनों की चेकिंग करती रही। उनके पकड़े जाने के बाद सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह को बुलाया गया। बाद में तौल व रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए फर्द आदि लिखने का काम चलता रहा है। दोपहर में पुलिस ने आरोपितों का जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया है। एसटीएफ का नेटवर्क स्थानीय पुलिस से ज्यादा तेज है। गांजा बरामद करने के तीन माह पहले भी एसटीएफ ने बांदा में कई जगह छापेमारी कर पिस्टल व उनके बनाने का कार्यशाला पकड़ा था। जिसमें आरोपितों को जेल भेजा गया था।
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