कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी पर हुई ईडी की कार्यवाही और अर्पिता के यहाँ से बरामद सोना और नकदी को लेकर राजनैतिक हंगामा मचा हुआ है। इसी बीच मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, खबर है कि, पश्चिम बंगाल SSC भर्ती घोटाले के आरोपी पार्थ चटर्जी 28 जुलाई से अपने विभागों के प्रभारी मंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों से मुक्त हो गए। इस संबंध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि, पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया है और मेरी पार्टी सख्त कार्रवाई करती है। पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से मुक्त करने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश के भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने कहा है कि, पार्थ चटर्जी को बली का बकरा बनाने के लिए हटाया गया है। उन्होंने कहा कि, BJP का जुलूस देखकर डर से पार्थ चटर्जी को हटाया गया है। लोगों का गुस्सा देखकर पार्थ चटर्जी को हटा दिया गया।