प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के वलसाड ज़िले में श्रीमद राजचंद्र मिशन धर्मपुर की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया और कई परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, “आज़ादी के अमृत महोत्सव में देश अपनी उन संतानों को याद कर रहा है, जिन्होंने भारत को गुलामी से बाहर निकालने के लिए प्रयास किए। श्रीमद् राजचंद्र जी ऐसे ही संत थे जिनका एक विराट योगदान इस देश के इतिहास में है। पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि, श्रीमद राजचंद्र मिशन से मेरा पुराना नाता रहा है। मैंने आपके समाज कार्यों को नजदीकी से देखा है। जब ये नाम सुनता हूं तो मेरा मन आप सभी के प्रति सम्मान से भर जाता है। आज जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तब हमें इसी कर्तव्य भाव की सबसे ज्यादा जरूरत है। उन्होंने इस कार्यक्रम में आगे कहा कि, अध्यात्म और सामाजिक दायित्व दोनों कैसे एक दूसरे के पूरक हैं, श्रीमद राजचंद्र जी का जीवन इसका प्रमाण रहा है। उन्होंने अध्यात्म और समाजसेवा की भावना को एकीकृत एवं मजबूत किया, इसलिए उनका प्रभाव आध्यात्मिक और सामाजिक हर लिहाज से गहरा था।”
पीएम मोदी द्वारा आज मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल का लोकार्पण किया गया और साथ ही पशुओं के अस्पताल का शिलान्यास भी हुआ। महिलाओं के लिए सेंटर फॉर एक्सीलेंसी का निर्माण कार्य भी आज से शुरू हुआ है। इससे गुजरात के ग्रामीणों, गरीबों, हमारी माता और बहनों को बहुत लाभ होगा। पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि, देश की नारीशक्ति को आजादी के अमृतकाल में राष्ट्रशक्ति के रूप में सामने लाना हम सभी का दायित्व है। केंद्र सरकार आज बहनों-बेटियों के सामने आने वाली हर उस अड़चन को दूर करने में जुटी है, जो उसे आगे बढ़ने से रोकती है। उन्होंने यह भी कहा कि, ये दुर्भाग्य रहा है कि भारत के ज्ञान को, भारत की असली ताकत से देश और दुनिया को परिचित कराने वाले ओजस्वी नेतृत्व को हमनें बहुत ही जल्द खो दिया। पूज्य बापू महात्मा गांधी ने कहा था कि हमें शायद कईं जन्म लेने पड़ेंगे, लेकिन श्रीमद के लिए एक ही जन्म काफी है।”
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