प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल नई दिल्ली में अपने आवास पर देश के प्रमुख सिख बुद्धिजीवियों के एक प्रतिनिधिमंडल से भेंट की। बैठक में प्रधानमंत्री ने विभिन्न विषयों पर खुलकर बात की। पंजाब के समग्र विकास के अतिरिक्त किसान कल्याण, युवा सशक्तीकरण, मादक पदार्थ मुक्त समाज, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, कौशल विकास, रोजगार और प्रौद्योगिकी पर विशेष रूप से चर्चा हुई। श्री मोदी ने कहा कि बुद्धिजीवी समाज का नजरिया तय करते हैं। प्रतिनिधिमंडल से जनता को शिक्षित और जागरूक करने का आह्वान करते हुए उन्होंने एकता की भावना पर बल दिया, क्योंकि यही हमारे विशाल और विविधतापूर्ण देश को एकजुट रखती है।
प्रधानमंत्री ने शिक्षा में मातृभाषा के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय भाषाओं में व्यावसायिक पाठ्यक्रम विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि मातृभाषा में उच्च शिक्षा एक वास्तविकता बन सके। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने आमंत्रण के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि एक औपचारिकता रहित माहौल में बातचीत की, उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी। सिख समुदाय के कल्याण के लिए लगातार उठाए जा रहे विभिन्न कदमों के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री की सराहना की।
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