मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इजरायल की सेना ने ईरान में हुए हवाई हमले के दौरान वहां के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई के करीबी सलाहकार और युद्धकालीन चीफ ऑफ स्टाफ अली शादमानी के मारे जाने की पुष्टि की है। शादमानी ने शुक्रवार को इजरायल के शुरूआती आक्रमण के दौरान पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ के मारे जाने के बाद कार्यभार संभाला था। ईरान की साइबर सुरक्षा कमान ने इजरायल पर व्यापक साइबर युद्ध शुरू करने का आरोप लगाया है। IRIB समाचार एजेंसी ने जानकारी दी है इजरायली हमले में आवश्यक सेवाएं बाधित हो रही हैं। ईरानी राज्य समाचार एजेंसी IRNA के अनुसार, ईरान में युद्ध के छठे दिन पश्चिम तेहरान में लगातार तेज धमाकों की आवाज सुनी जा रही है और इसमें कमी आने के कोई संकेत नहीं हैं। ईरान के नवनियुक्त सेना प्रमुख ने सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अब तक इजरायल के विरूद्ध केवल आत्म रक्षा में हमले किए गए थे। टेलीविज़न पर संबोधन में नए सेना प्रमुख जनरल अब्दोलरहीम मुसावी ने आगामी आक्रमण का संकेत देते हुए यह घोषणा की है कि जल्द ही इस्राइल को सबक सिखाने के लिए बड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर संदेश में ईरान से बिना शर्त समर्पण करने को कहा है।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बढ़ते तनाव के बीच अमरीका के रक्षा विभाग पेंटागन ने घोषणा की है कि वह पश्चिम एशिया में अपने युद्धपोत यूएसएस निमित्ज़ और अन्य नौसैनिक बेडों की तैनाती में तेजी लाने जा रहा है। यह इस क्षेत्र में तैनात किया जाने वाला दूसरा विमान वाहक पोत है। इस बीच, विश्व समुदाय की ओर से दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील तेज होती जा रही है। मिस्र ने ईरान और इजरायल दोनों से पीछे हटने का आग्रह किया है। ब्रुसेल्स में यूरोपीय संसद को संबोधित करते हुए जॉर्डन के सम्राट अब्दुल्ला द्वितीय ने आगाह किया कि ईरान पर इजरायल के हमलों से व्यापक स्तर पर युद्ध भड़कने का खतरा है। इस बीच, कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल देशों ने सामूहिक रूप से आह्वान किया कि गाजा में युद्ध विराम हो और पूरे पश्चिम एशिया में युद्ध की स्थिति पर रोक लगे। हालांकि, जी-7 ने सीधे तौर पर इजरायल और ईरान के बीच युद्ध विराम की अपील नहीं की। मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देल अत्ती ने ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची और पश्चिम एशिया के लिए अमरीका के दूत स्टीव विटकॉफ के साथ फोन पर बातचीत में युद्ध को तत्काल खत्म करने का आग्रह किया। मिस्र ने यह चेतावनी भी दी है कि इस संघर्ष से क्षेत्रीय स्तर पर बड़े पैमाने पर उथल-पुथल का खतरा है। जॉर्डन के सम्राट अब्दुल्ला द्वितीय ने भी यह संदेश दोहराया। उन्होंने यूरोपीय संसद को संबोधित करते हुए ईरान पर लगातार इजरायल आक्रमण से व्यापक स्तर पर अस्थिरता की संभावना पर बल दिया। वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बताया कि अमरीका के समर्थन से दोनों देशों के बीच युद्ध विराम के एक प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है, हालांकि इसके बारे में विस्तार से जानकारी नहीं है। हालांकि, ईरान ने कथित तौर पर अमरीका के साथ परमाणु वार्ता पर सख्त रुख बरकरार रखा है। वहीं, कुछ स्रोतों के हवाले से संकेत मिला है कि इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई पूरी होने के बाद ही ईरान किसी समझौते पर विचार कर सकता है। इस बीच, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया है कि वर्तमान आक्रमण अभियानों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बड़ा झटका दिया है। इजरायल ने कथित तौर पर ईरान के कई परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया है और मजबूती से संचालित अभियान में कई वरिष्ठ ईरानी सैन्य कमांडरों को मार गिराया है।
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