‘पूरब और पश्चिम’, ‘शोर’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’, ‘क्रांति’ और ‘प्रेम रोग’ जैसी प्रसिद्ध फिल्मों के लिए गीत लिख चुके प्रसिद्ध जाने-माने गीतकार संतोष आनंद ने कहा कि ‘‘मेरे तो गाने से ही कश्मीर शब्द हटा दिया गया था और मेरा विरोध नाकाफी रहा।’’
प्रयागराज के कीड़गंज में ‘काव्य चकल्लस-2022’ के तहत आयोजित अखिल भारतीय सम्मेलन में शामिल होने आये संतोष आनंद ने बताया कि 1992 की फिल्म ‘तहलका’ के लिए ‘दिल दीवाने का डोला, दिलदार के लिए…..’ बहुत चर्चित हुआ था। उन्होंने बताया कि मैंने ‘दिल दीवाने का डोला’, ‘कश्मीर के लिए…..’ ऐसा लिखा था लेकिन सेंसर बोर्ड ने गाने से कश्मीर शब्द हटाकर दिलदार के लिए कर दिया।
संतोष जी का कहना है कि इस पर मैंने नाराजगी भी व्यक्त की लेकिन उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा।