नामीबिया से चीतों को भारत लाने की तैयारी शुरू हो गई है। मीडिया सूत्रों से सामने आई जानकारी के अनुसार, आज चीतों को विशेष विमान से भारत के लिए रवाना किया जाना है। इसके पहले नामिबिया में विशेष विमान तक चीतों को किस प्रकार लाया जाएगा और किस प्रकार विमान में चढ़ाया जाएगा इसकी तैयारी की गई है इसके साथ ही भारत में भी तैयारियां अंतिम चरणों में है।
मीडिया की माने तो, कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आने वाले चीतों के इंतजार की घड़िया खत्म होने वाली हैं। शुक्रवार शाम 5 बजे भारतीय वन्यप्राणी संस्थान के डीन डा. वायएस झाला के नेतृत्व में 8 चीते विशेष विमान बी 747 से नामीबिया से ग्वालियर के एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरेंगे। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चीतों को लेकर एक विशेष विमान शनिवार सुबह 6 बजे एयरपोर्ट पर पहुंच जाएगा। यहां चीतों के पिंजरों को बाहर निकालकर विशेषज्ञ रूटीन चेकअप करेंगे। 7.10 मिनट पर हेलीकाप्टर चीतों को लेकर 7.30 बजे तक कूनो नेशनल पार्क में पहुंच जाएगा।
विमान को बाहर से ही नहीं, अपितु अंदर से भी चीतों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। जिससे उनमें पिंजरों को आसानी से रखा जा सके। खास बात यह है कि इन चीतों को विमान से लाने के दौरान भूखा रखा जाएगा। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लगभग 70 वर्ष बाद भारत की सरजमी पर चीतों की आमद होगी। इन चीतों को लाने के लिए खास जंबो जेट बी 747 नामीबिया की राजधानी विंडहोक पहुंच चुका है। इस विमान को चीते की शक्ल की तरह ही डिजाइन किया गया है। मीडिया सूत्रों का कहना है कि, भारत की सरजमीं पर पहुंचने के बाद इन्हें खाना दिया जाएगा। ताकि विमान में इन्हें कोई दिक्कत न हो।