रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विश्वास व्यक्त किया है कि भारत 2025 तक एक लाख 75 हजार करोड़ रुपये के रक्षा उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करके रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल कर लेगा। इस लक्ष्य में 35 हजार करोड़ रुपये का निर्यात शामिल है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आत्मनिर्भरता का मतलब अलग-थलग रहने से नहीं है, बल्कि भारत का संकल्प विश्व को आशा और राहत प्रदान करने से है। नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में आज श्री सिंह ने कहा कि देश का रक्षा निर्यात पूर्व के एक हजार नौ सौ करोड़ रुपये की तुलना में 13 हजार करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आत्मनिर्भर भारत का दृष्टिकोण भारत को विश्व में सबसे मजबूत और सबसे सम्मानित देशों में से एक बना रहा है। श्री सिंह ने कहा कि सरकार आत्मनिर्भर नये भारत की जरूरतों विशेष रूप से सुरक्षा से संबंधित आवश्यकताओं को पूरा करने के सपनों को साकार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री के फैसलों की भी प्रशंसा की। इन फैसलों से भारत के रक्षा क्षेत्र में एक दावेदार और प्रदाता के मूक पर्यवेक्षक से विश्व में इसकी छवि को बदलने में मदद मिली है। श्री सिंह ने घरेलू उद्योग में विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि भारत में नवीनतम रक्षा मंच का विनिर्माण करने की क्षमता और योग्यता है। सरकार इसे हासिल करने में सुविधा प्रदान कर रही है।
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