अंकिता मर्डर केस में पौड़ी के जिलाधिकारी ने बड़ी कार्रवाई की है। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जिलाधिकारी ने यम्केश्वर ब्लॉक के पटवारी वैभव प्रताप सिंह को एसडीएम यम्केश्वर की जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। वैभव प्रताप सिंह पर एसडीएम ने अपनी जांच रिपोर्ट में अंकिता के मामले में लापरवाही करने और आरोपियों से मिलीभगत करने का आरोप लगाया है और इस मामले को गंभीर बताया है। रिसॉर्ट रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी हत्याकांड में लापरवाही के आरोप में पटवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। पटवारी वैभव प्रताप के आरोपी पुलकित आर्य के करीबी होने की बात भी सामने आई है।
मीडिया सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार, अंकिता भंडारी मर्डर केस में आज प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासन ने प्रारंभ में इस मामले की जांच कर रहे पटवारी को सस्पेंड कर दिया है। उन पर शुरुआत में मामले की जांच में ढिलाई और लापरवाही का आरोप लगा था।
मीडिया की माने तो, उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर में गंगा भोगपुर में वनतारा रिजॉर्ट में 19 साल की अंकिता भंडारी रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। अंकिता भंडारी की कथित रूप से रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता के साथ मिलकर ऋषिकेश के पास चीला नहर में धकेलकर हत्या कर दी थी। मीडिया में आई जानकारी के अनुसार इससे पहले, अंकिता की गुमशुदगी के मामले में 23 सितंबर को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जिन्होंने पूछताछ में उसकी हत्या की बात स्वीकार की थी।