प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडोनेशिया के बाली में 17वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कल तीन दिन के इंडोनेशिया दौरे पर रवाना होंगे। सम्मेलन के दौरान जी-20 देशों के नेता सम्मेलन के विषय “साथ बढे़ं, सशक्त बनें” पर वैश्विक चिंता से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श करेंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन की कार्यसूची के अनुसार कुल तीन सत्र होंगे। ये सत्र खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन के बारे में होंगे। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने आज नई दिल्ली में पत्रकारों को बताया कि बाली सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जी-20 के अन्य नेता सम-सामयिक मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श करेंगे। इन मुद्दों में वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति, ऊर्जा से जुड़े मुद्दे, पर्यावरण, स्वास्थ्य, कृषि और डिजिटल रूपांतरण शामिल है। उन्होंने कहा कि जी-20 का समस्त विचार-विमर्श मौजूदा वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक संदर्भ में होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पूरा विश्व कई महत्वपूर्ण चुनौतियों से जूझ रहा है, जिनमें कोविड पश्चात असमान आर्थिक सुधार, ऋण अनिश्चितता, यूरोप में जारी संघर्ष और इसके प्रभाव तथा खाद्य सुरक्षा की चुनौतियां, ऊर्जा संकट और मुद्रास्फीति शामिल हैं। जी-20 नेता इन चुनौतियों पर मंथन करेंगे और इनसे निपटने के लिए बहुस्तरीय सहयोग की महत्वपूर्णता पर जोर देंगे।
विदेश सचिव ने कहा कि सम्मेलन के अंतिम सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रतीकात्मक रूप से जी-20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपेंगे। भारत ने औपचारिक रूप से इस वर्ष एक दिसम्बर को जी-20 की अध्यक्षता का पदभार ग्रहण करेंगे। भारत का कार्यकाल अगले वर्ष सितम्बर तक रहेगा। जी-20 की भारत को अध्यक्षता मिलने से विभिन्न मुद्दों को मजबूती मिलने की उम्मीद है, जिनमें स्वच्छ विकास, डिजिटल रूपांतरण, महिला नेतृत्व विकास और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग से जुड़े मुद्दों पर दक्षिण विश्व की आवाज शामिल है। जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत-इंडोनेशिया-ब्राजील की एक तिकड़ी बनेगी। जी-20 में यह पहली बार होगा कि तीन विकासशील देशों और उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का एक गुट बनेगा।
जी-20 सम्मेलन के दौरान नेताओं का 16 नवम्बर को बाली के मेंग्रोव वन क्षेत्र जाने का भी कार्यक्रम है। विदेश सचिव ने कहा कि सम्मेलन के दौरान अलग से श्री मोदी की जी-20 में शामिल नेताओं के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें होंगी। इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य जी-20 की प्राथमिकताओं में भारत की भूमिका पर चर्चा करना है। श्री मोदी बाली में भारतीय प्रवासी समुदाय के लोगों से भी बातचीत करेंगे।
जी-20 अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का मुख्य मंच है और सभी प्रमुख वैश्विक आर्थिक और विकास से जुड़े मुद्दों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जी-20 के सदस्य देशों का सकल घरेलू उत्पाद वैश्विक अर्थव्यवस्था का लगभग 85 प्रतिशत है। इसमें विश्व की दो तिहाई आबादी और विश्व व्यापार का 75 प्रतिशत हिस्सा शामिल है।
News Source: newsonair
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi #India
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें