भारतीय रसायन प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईसीटी हैदराबाद के वैज्ञानिकों के एक समूह ने एक हाइब्रिड सामग्री तैयार की है जो ग्रीनहाउस गैस मीथेन को अवशोषित कर इसे स्वच्छ हाइड्रोजन में परिवर्तित कर देगा। वैज्ञानिकों ने कार्बन डाइऑक्साइड को अलग करने की एक कृत्रिम प्रक्रिया खोज निकाली है जिसके द्वारा गैर-ईंधन ग्रेड बायोएथनॉल से उच्च शुद्धता वाली हाइड्रोजन में परिवर्तित किया जा सकेगा। इन वैज्ञानिकों ने एक ऐसी प्रणाली भी विकसित की है जो इन सामग्री का परीक्षण कर सकती है और संस्थान में कार्बन के अनुसंधान में मदद कर सकती है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि इन सामग्री और कार्बन एकत्र करने की प्रक्रिया और उपयोग से ग्लोबल वार्मिंग चुनौती के लिए नई रोशनी साबित हो सकती है।
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