भारत केवल एक भू-भाग नहीं बल्कि हमारी सभ्यता, संस्कृति और संभावनाओं की एक अभिव्यक्ति है-पीएम मोदी

0
222

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज राजस्थान में भगवान श्री देवनारायण जी के 1111वें अवतार महोत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, आज इस पावन अवसर पर भगवान देवनारायण जी का बुलावा आया… और जब भगवान देवनारायण का बुलावा आया तो मैं भी उपस्थित हो गया। उन्होंने कहा कि, आज कोई प्रधानमंत्री नहीं आया है… आप ही की तरह, पूरे भक्तिभाव से मैं भी एक सामान्य यात्री की तरह यहां आया हूं। भगवान देवनारायण और जनता जनार्दन का दर्शन कर मैं धन्य हो गया हूं। उन्होंने आगे कहा कि, भारत के हम लोग, हजारों साल पुराने अपने इतिहास अपनी सभ्यता पर गर्व करते हैं। भारत को भौगोलिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से तोड़ने के बहुत प्रयास हुए लेकिन भारत को कोई भी ताकत समाप्त नहीं कर पाई। उन्होंने बताया कि, भारत केवल एक भू-भाग नहीं है बल्कि हमारी सभ्यता, संस्कृति और संभावनाओं की एक अभिव्यक्ति है। आज भारत अपने भविष्य की नींव रख रहा है इसके पीछे जो सबसे बड़ी प्रेरणा है… वो प्रेरणाशक्ति हमारे समाज की शक्ति है, जन-जन की शक्ति है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि, श्री देवनारायण जी भगवान ने समाज में समरसता के भाव को फैलाया, समाज को एकजुट किया, एक आदर्श व्यवस्था कायम करने की दिशा में काम किया। यही कारण है कि समाज के हर वर्ग में उनके प्रति श्रद्धा और आस्था है। इसी लिए भगवान देवनारायण लोकजीवन में परिवार के मुखिया की तरह हैं। उन्होंने हमेशा सेवा और जन कल्याण को सर्वोच्चता दी। उन्होंने आगे बताया कि, भगवान देवनारायण जी ने जो रास्ता दिखाया हैं वो सबके साथ से… सबके विकास का है। आज देश इसी रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि, आज देश इसी रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। हम भी ‘वंचितों को वरीयता’ का मंत्र लेकर चल रहे हैं। इसीलिए आज मुफ्त राशन मिल रहा है, मुफ्त इलाज मिल रहा है, गरीब को घर.. टॉयलेट.. गैस सिलेंडर को लेकर चिंता रहती थी उसको भी हम दूर कर रहे हैं। गरीबों के बैंक खाते खुल रहे हैं।

पीएम मोदी ने आगे बताया कि, पानी के महत्व को राजस्थान से बेहतर कौन जान सकता है लेकिन आजादी के अनेक दशक बाद भी, देश के केवल 3 करोड़ परिवारों तक ही नल से जल की सुविधा थी। 16 करोड़ से ज्यादा ग्रामीण परिवारों को पानी के लिए संघर्ष करना पड़ता था लेकिन अब 11 करोड़ से अधिक परिवारों तक पाइप से पानी पहुंचने लगा है। उन्होंने कहा कि, हमारा पशुधन हमारी परंपरा और आस्था का ही नहीं बल्कि हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था का भी मजबूत हिस्सा है। इसीलिए देश में पहली बार पशुपालकों के लिए भी ‘किसान क्रेडिट कार्ड’ की सुविधा दी गई है। उन्होंने बताया कि, आज पूरे देश में ‘गोबर धन’ योजना भी चल रही है जोकि गोबर सहित खेती से निकलने वाले ‘कचरे को कंचन’ में बदलने का अभियान है। उन्होंने आगे कहा कि, राजस्थान धरोहरों की धरती है… यहां सृजन है, उत्साह और उत्सव है, परिश्रम और परोपकार है… शौर्य यहां घर-घर का संस्कार है। रग और राग राजस्थान के पर्याय हैं। इतना ही महत्व यहां के जन-जन के संघर्ष और संयम का भी है।

पीएम मोदी ने आगे बताया कि, ये प्रेरणा स्थली भारत के अनेक गौरवशाली पलों की साक्षी रही है। यहां के महापुरुषों, जननायकों, लोकदेवताओं और समाज सुधारकों ने हमेशा ही देश को रास्ता दिखाया है। उन्होंने कहा कि, आज का भारत… ‘नया भारत’ बीते दशकों में हुई भूलों को सुधार रहा है। भारत के विकास में जिसका भी योगदान रहा है, उनको सामने लाया जा रहा है। पूरी दुनिया भारत की ओर बहुत उमीदों से देख रही है। उन्होंने बताया कि, आज भारत डंके की चोट पर अपनी बात कह रहा है, भारत दूसरे देशों पर अपनी निर्भरता को कम कर रहा है। ऐसी हर बात जो हम देशवासियों की एकता के खिलाफ है… उस से हमें दूर रहना है।

News & Image Source : (Twitter) @BJP4India

#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi

Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें

 

Google search engine

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here