समाचार एजेंसी ANI की एडिटर इन चीफ स्मिता प्रकाश ने अपने बयान में कहा है कि हमने ईयू डिसइन्फो की रिपोर्ट पढ़ी है और अपनी एजेंसी के खिलाफ लगाए जा रहे आरोपों का पूरी तरह से खंडन करते हैं। उन्होंने अपने ट्विट्टे हेंडल से ट्वीट कर लिखा है कि ANI पाकिस्तान और चीन में हो रहे अत्याचारों पर रिपोर्ट करना जारी रखेगा। जो करना है, कर लो। विदित हो कि यूरोप के एक NGO ईयू डिसइन्फोलैब ने समाचार एजेंसी ANI पर आरोप लगाए हैं कि वह ऐसे पत्रकारों, ब्लॉगर्स और राजनीतिक विशेषज्ञों की राय का इस्तेमाल करता है जो कहीं मौजूद नहीं हैं। NGO ईयू डिसइन्फोलैब के इन्ही आरोपों का खंडन करते हुए समाचार एजेंसी ANI की Editor in Chief स्मिता प्रकाश ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया है कि ANI पाकिस्तान और चीन में हो रहे अत्याचारों पर रिपोर्ट करना जारी रखेगा। जो करना है, कर लो। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईयू डिसइन्फोलैब’ का कहना है कि समाचार एजेंसी ANI ने कई बार एक थिंक टैंक के हवाले से कई बातें कहीं, वास्तव में वह थिंक थैंक 2014 में बंद कर दिया गया था। स्मिता प्रकाश ने अपने बयान में कहा है कि ऐसे NGO भारत में चुनावी मौसम आने पर नियमित रूप से ANI को निशाना बनाते हैं।
Defamatory and False. Here is our statement. @ANI will continue to report on atrocities in Pakistan and China. Jo karna hai, kar lo. pic.twitter.com/FlUGzE67T4
— Smita Prakash (@smitaprakash) February 24, 2023
Image Source: Twitter (ANI)
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