प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान देश और प्रदेश के लिये ईश्वर का वरदान हैं। इनके द्वारा देश और प्रदेश के विकास के लिये सतत कार्य किये जा रहे हैं। इसी क्रम में आज भोपाल को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के पास अंडर ब्रिज की सौगात मिली है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री और भोपाल जिला प्रभारी मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने यह बात अंडर ब्रिज के लोकार्पण कार्यक्रम में कही। मंत्री श्री सिंह ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग, सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा और श्रीमती कृष्णा गौर की उपस्थिति में अंडर ब्रिज का लोकार्पण किया।
5 घंटे के लिये खुलेगा बीआरटीएस
नगरीय विकास और आवास मंत्री श्री सिंह ने कहा कि विधायक श्रीमती कृष्णा गौर की माँग अनुसार नर्मदापुरम रोड पर बीआरटीएस को सभी वाहनों के लिये शाम को 5 घंटे खोला जायेगा। उन्होंने कहा कि अंडर ब्रिज के नाम के बारे में सांसद और क्षेत्रीय विधायक द्वारा जो सुझाव दिया जायेगा, उस अनुरूप कार्यवाही की जायेगी। बीआरटीएस को पूरे शहर से हटाने के संबंध में विचार किया जायेगा। श्री सिंह ने कहा कि भोपाल स्वच्छ सर्वेक्षण में इस वर्ष उल्लेखनीय स्थान प्राप्त करेगा। अभी देश की राजधानियों में भोपाल नम्बर एक पर है और देश के 3 टॉप शहरों में शामिल है। भोपाल में मेट्रो का कार्य तेजी से चल रहा है। इसे समय-सीमा में पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के विकास के लिये पर्याप्त राशि दी है। उन्होंने अंडर ब्रिज के लिये राशि स्वीकृत करने पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहर के विकास की अवधारणा निर्धारित की है। सरकार शहरों और गाँवों का लगातार विकास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ विकास की बात करती है।
सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ने कहा कि भारत जल्द ही विश्व गुरु के रूप में स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि सतत विकास की प्रक्रिया देश और प्रदेश में जारी है। विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा कि चहुँओर विकास की बयार बह रही है। विधायक श्रीमती गौर ने कहा कि अंडर ब्रिज के बन जाने से लगभग 4 लाख नागरिकों को आवागमन में सुविधा होगी। नगर निगम भोपाल कमिश्नर श्री के.वी.एस. चौधरी ने बताया कि 5 करोड़ 87 लाख रूपये की लागत से अंडर ब्रिज बनाया गया है। निर्माण एजेंसी रेलवे थी। उन्होंने बताया कि इसके बन जाने से ट्रेफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी और अंडर ब्रिज में जल-भराव की स्थिति नहीं बनेगी। नव-निर्मित अंडर ब्रिज में आने-जाने का मार्ग 6-6 मीटर का है। इस दौरान रेलवे के डीआरएम श्री सौरभ बंदोपाध्याय एवं अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।